अब माडल संस्कृति स्कूलों में ज्ञान में पारंगत होंगे विद्यार्थी

अब निजी स्कूलों की तर्ज पर अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित राजकीय माडल संस्कृति स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थी ज्ञान में पारंगत हो सकेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 04:49 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 06:21 PM (IST)
अब माडल संस्कृति स्कूलों में ज्ञान में पारंगत होंगे विद्यार्थी
अब माडल संस्कृति स्कूलों में ज्ञान में पारंगत होंगे विद्यार्थी

संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी :

अब निजी स्कूलों की तर्ज पर अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित राजकीय माडल संस्कृति स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थी ज्ञान में पारंगत हो सकेंगे। सरकार ने निजी स्कूलों को मात देने व सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए कुछ राजकीय स्कूलों को मॉडल संस्कृति स्कूल का दर्जा दिया है। जो पूर्णतया इंग्लिश मीडियम होंगे। महेंद्रगढ़ जिले में तेरह स्कूलों को मॉडल संस्कृति स्कूल बनाया गया है। जिसमें शिक्षा में पिछड़ेपन का दाग धोने के लिए सबसे अधिक नांगल चौधरी खंड को ही पांच माडल संस्कृति स्कूल मिले हैं। जिनमें राजकीय प्राइमरी स्कूल नियामतपुर-मौरूंड, मूसनौता, अमरपुरा, बायल और सीनियर सेकेंडरी स्कूल धौलेड़ा का नाम शामिल है। आगामी सत्र से तमाम सुविधाओं के साथ ये सभी माडल संस्कृति स्कूलों में कक्षाएं संचालित हो जाएंगी। छात्रों की बेहतर पढ़ाई के लिए इन सभी स्कूलों पर निगरानी के लिए स्पेशल नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति होगी।

टेस्ट के आधार पर होंगे दाखिले :

शुरुआत में इन स्कूलों में पहली और दूसरी कक्षा में ही छात्रों के दाखिले हो सकेंगे। दाखिला लेने वाले छात्रों को टेस्ट की प्रक्रिया से गुजरना होगा। चयनित छात्र को पांच सौ रुपये एडमिशन फीस और 200 रुपये मासिक फीस देनी होगी, लेकिन बीपीएल व गरीब परिवारों के बच्चों की 134ए के तहत फीस में 20 प्रतिशत छूट प्रदान की जाएगी। इन स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों को मिड-डे मील, स्टेशनरी, वजीफा, ड्रेस आदि की सुविधा पूर्ववत ही जारी रहेगी।

स्मार्ट क्लास रूम में डिजिटल प्रोजेक्टर से होगी पढ़ाई :

सरकार ने मॉडल संस्कृति स्कूलों को आगे बढ़ाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी मॉडल संस्कृति स्कूलों में विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। इन स्कूलों में छात्रों के लिए स्मार्ट क्लास रूम बनेंगे और छात्रों को ज्ञान में पारंगत करने के लिए डिजिटल प्रोजेक्टर से पढ़ाई होगी। इससे बच्चों को भी समझने में आसानी होगी।

सीसीटीवी कैमरों से लैस होंगे स्कूल :

शिक्षा में छात्रों व शिक्षकों द्वारा कोई कोताही नहीं बरती जाए। इसलिए स्कूल भवन सीसीटीवी कैमरे से लैस होगा। बिजली कटों से निजात पाने के लिए स्कूल में सौर उर्जा की व्यवस्था होगी। शिक्षा को हाईटेक बनाने के लिए छात्रों के लिए अलग से कंप्यूटर लैब होगा। जिससे किताबी ज्ञान के साथ-साथ छात्र कंप्यूटर के क्षेत्र में भी ज्ञान अर्जित कर सकेंगे।

स्टेट स्तर पर टेस्ट फाइट करने वाले शिक्षक होंगे नियुक्त :

इन स्कूलों में छात्रों को ज्ञान में निपुण बनाने के उद्देश्य से सरकार अति प्रशिक्षित स्टाफ की ही नियुक्ति करेगी। इसके लिए स्टेट लेवल का प्रतियोगी टेस्ट रखा जाएगा। जिसको क्वालीफाई करने वाले शिक्षकों को ही इन स्कूलों में नियुक्ति दी जाएगी। ऐसे अध्यापकों को ट्रांसफर पालिसी से भी मुक्त रखा जाएगा। वर्जन :------

नांगल चौधरी खंड के पांच राजकीय स्कूलों को माडल संस्कृति स्कूल का दर्जा दिया दिया गया है। इन स्कूलों में दाखिला लेने वाले छात्रों को निजी स्कूलों से भी बेहतर पढ़ाई व सुविधाएं मिलेगी। मॉडल संस्कृति स्कूलों में बच्चों का टेस्ट के आधार पर दाखिला होगा। स्टेट लेवल के प्रतियोगी शिक्षकों को ही इन स्कूलों में नियुक्ति दी जाएगी। जो ट्रांसफर पालिसी से भी मुक्त होंगे।

---पवन भारद्वाज, खंड शिक्षा अधिकारी नांगल चौधरी।

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