उपायुक्त ने की सक्षम हरियाणा की समीक्षा

उपायुक्त आरके सिंह ने कहा कि बचों को शिक्षा के साथ-साथ मानवीय तथा राजनीतिक पहलू से रूबरू कराने के लिए जिला के 30 स्कूलों में ह्यूमेनिटी तथा पॉलिटिकल साइंस की लैब बनाई जाए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 06:40 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 05:06 AM (IST)
उपायुक्त ने की सक्षम हरियाणा की समीक्षा
उपायुक्त ने की सक्षम हरियाणा की समीक्षा

जागरण संवाददाता, नारनौल :

उपायुक्त आरके सिंह ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ मानवीय तथा राजनीतिक पहलू से रूबरू कराने के लिए जिला के 30 स्कूलों में ह्यूमेनिटी तथा पॉलिटिकल साइंस की लैब बनाई जाए। उपायुक्त बुधवार को लघु सचिवालय में सक्षम हरियाणा की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कौस्तुभ विराट ने भी पावर पाइंट प्रेजेंटेशन दी।

डीसी ने कहा कि खेल-खेल में बच्चों को सिखाने के लिए महेंद्रगढ़ के 6 स्कूलों में पहल योजना के तहत अच्छा कार्य किया गया है। इनमें ह्यूमेनिटी तथा पॉलिटिकल साइंस की लैब भी स्थापित की जाए। साथ ही जिला में कुल 30 स्कूलों में पहले चरण में इसी तरह के विभिन्न पार्क स्थापित करके बच्चों में सीखने की क्षमता का विकास किया जाए। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक मीणा, एसडीएम महेंद्रगढ़ विश्राम कुमार मीणा, एसडीएम कनीना रणबीर सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त आदि अधिकारी मौजूद थे।

लाइब्रेरी में मुहैया कराई जाएगी किताबें :

उपायुक्त ने कहा कि जिला में सभी सरकारी स्कूलों में जरूरत के अनुसार किताबें मुहैया कराने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जाएगी। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे सभी स्कूलों से उनकी जरूरत के हिसाब से मांग रखें। इसके बाद आथेंटिक पब्लिकेशन की किताबें खरीदी जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूलों में मिशन लाइब्रेरी अभियान चलाया जाए तथा लाइब्रेरी का सही उपयोग किया जाए। बच्चों के नाम किताबें जारी की जाएं ताकि लाइब्रेरी का सही उपयोग हो सके।

शिक्षा मित्र उपलब्ध करा रहे हैं बच्चों को स्मार्टफोन :

सीएमजीजीए कौस्तुभ ने बताया कि घर से पढ़ाओ अभियान के तहत बच्चों को स्टडी मटेरियल उपलब्ध कराने के लिए सक्षम हरियाणा सेल का गठन किया गया है। एजुसेट के माध्यम से रिकॉर्डिड मटेरियल उपलब्ध करवाया जा रहा है तथा साथ ही वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। जिसके माध्यम से बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है। शिक्षा मित्र बनाए जा रहे हैं जो अपने पड़ोस के बच्चों को स्मार्टफोन एक या दो घंटे के लिए उपलब्ध करा रहे हैं। अभिभावकों के साथ ई-पीटीएम की जा रही है। इसके लिए समय-समय पर अध्यापक शेड्यूल के अनुसार अभिभावकों से बात करते हैं। दीक्षा ट्रेनिग के माध्यम से सभी अध्यापकों को एप के द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्कॉलरशिप के तहत बच्चों का पंजीकरण करवाया जा रहा है।

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