वन विभाग के अधिकारियों की टीम पर हमला, दो अधिकारियों को दौड़ाकर पीटा

बुधवार दोपहर वन विभाग की टीम गांव कालबा में बहरोड़ रोड पर वनों का निरीक्षण कर लौट रही थी। टीम पर कालबा गांव में कुछ लोगों ने हमला कर दो अधिकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनकी गाड़ी की हवा निकाल कर कब्जे में कर ली।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Sep 2020 07:51 PM (IST) Updated:Thu, 17 Sep 2020 05:07 AM (IST)
वन विभाग के अधिकारियों की टीम पर हमला, दो अधिकारियों को दौड़ाकर पीटा
वन विभाग के अधिकारियों की टीम पर हमला, दो अधिकारियों को दौड़ाकर पीटा

संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी(नारनौल) : बुधवार दोपहर वन विभाग की टीम गांव कालबा में बहरोड़ रोड पर वनों का निरीक्षण कर लौट रही थी। टीम पर कालबा गांव में कुछ लोगों ने हमला कर दो अधिकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनकी गाड़ी की हवा निकाल कर कब्जे में कर ली।

जिला वन अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12 बजे उनकी टीम वन क्षेत्र का निरीक्षण कर लौट रही थी। इस दौरान कालबा गांव में पहुंचे तो यहां पर संरक्षित वन क्षेत्र में जेसीबी चालक मिट्टी उठा रहा था। जब टीम ने रोका तो सरपंच सहित कुछ ग्रामीणों ने उनकी टीम के साथ हाथापाई व मारपीट शुरू कर दी। उग्र ग्रामीणों ने डिप्टी रेंज आफिसर चंद्रगुप्त के सिर में लाठी मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वह अपनी जान बचाने के लिए भागा तो उन्होंने बाइक से पीछाकर पीटा। ग्रामीणों ने रेंज आफिसर रजनीश कुमार को भी लाठियों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। दोनों को इलाज के लिए नांगल चौधरी के अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। इसके साथ ही पुलिस को भी शिकायत दर्ज करवा दी गई है। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल कर्मियों को रेफर कर दिया। पुलिस ने इस संदर्भ में घायल कर्मियों के बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

उधर दोनों घायल वन अधिकारियों की हालत गंभीर होने के कारण रेवाड़ी के मातृका अस्पताल में ले जाया गया है। रेंज आफिसर रजनीश कुमार ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने तौलिये से उसका गला दबाने का प्रयास किया। उन्होंने बड़ी मुश्किल से जान बचाई।

जानकारी के मुताबिक फोरेस्ट विभाग द्वारा नायन गांव के आसपास पौधारोपण किया गया है। विभागीय निर्देशानुसार रेंज अधिकारी रजनीश यादव, डिप्टी रेंजर चंद्रगुप्त अन्य कर्मचारियों के साथ पौधों को चेक कर रहे थे। उधर ग्रामीणों का पक्ष है कि कालबा गांव के पास सड़क पर मिट्टी डली हुई थी। इससे आवागमन बाधित बना हुआ था। सरपंच ने मिट्टी समतल करने के लिए जेसीबी संचालक को बोला हुआ था। जेसीबी संचालक सड़क बहाल करने के लिए मिट्टी को समतल कर रहा था। उसी समय वन विभाग की टीम भी पहुंच गई। वन कर्मियों ने पेड़ पौधे खराब करने की बातें कहते हुए जेसीबी संचालक को धमकाना शुरू कर दिया। जेसीबी संचालक ने इसकी सूचना सरपंच को दी। सरपंच मौके पर पहुंचा। शोर सुनकर पांच-छह अन्य ग्रामीण भी पहुंच गए। बस फिर देखते ही देखते मामला बिगड़ गया और दोनों ओर से हाथापाई शुरू हो गई।

इसके बाद दफ्तर से फॉरेस्ट गार्ड मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को गाड़ी में डालकर अस्पताल पहुंचाया। घटना की सूचना पाकर थाना प्रभारी राजकरण भी अस्पताल पहुंचे और घायल वन कर्मियों के बयान दर्ज किए। इसके बाद केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। जिला फोरेस्ट अधिकारी विपिन कुमार नांगल चौधरी पहुंचे। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर घायल कर्मचारियों का हालचाल जाना। डीएफओ ने बताया कि अधिकारियों को बहरोड़ रोड पर चेकिग करने भेजा गया था। विभाग की जमीन पर अतिक्रमण करने वालों ने जानलेवा हमला करके सरकारी काम में बाधा पहुंचाई है। जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वर्जन :

कालबा गांव में सड़क मिट्टी समतल करते समय वन कर्मियों ने जेसीबी चालक को धमका दिया। चालक ने सरपंच को सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे सरपंच व ग्रामीणों की वन विभाग की टीम से हाथापाई हो गई। घायल वन कर्मियों की शिकायत के आधार पर सरपंच उसके भाई व पांच अन्य खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिसमें तीन महिलाएं के नाम भी शामिल हैं। अभी मामले की जांच की जा रही है।

-- राजकरण, थाना प्रबंधक।

chat bot
आपका साथी