बीड़ मथाना में पोल्ट्री फार्म लगाए जाने के विरोध में ग्रामीण लामबंद

खंड पिपली के गांव बीड़ मथाना में पोल्ट्री फार्म लगाने का मामला तुल पकड़ता नजर आ रहा हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि नियमों को दरकिनार कर गांव के समीप पोल्ट्री फार्म लगाया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिला प्रशासन को शिकायत देने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 11:50 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 11:50 PM (IST)
बीड़ मथाना में पोल्ट्री फार्म लगाए जाने के विरोध में ग्रामीण लामबंद
बीड़ मथाना में पोल्ट्री फार्म लगाए जाने के विरोध में ग्रामीण लामबंद

संवाद सहयोगी, पिपली : खंड पिपली के गांव बीड़ मथाना में पोल्ट्री फार्म लगाने का मामला तुल पकड़ता नजर आ रहा हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि नियमों को दरकिनार कर गांव के समीप पोल्ट्री फार्म लगाया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिला प्रशासन को शिकायत देने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसके कारण प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है। आरोप है कि गांव के एक व्यक्ति ने आबादी व डेरों के नजदीक नियमों को दरकिनार कर बिना किसी विभाग की अनुमति के पोल्ट्री फार्म का निर्माण किया जा रहा है, जबकि उनकी ओर से इस मामले की शिकायत जिला नगर योजनाकार अधिकारी, पर्यावरण विभाग, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी को भी दी जा चुकी है, लेकिन बावजूद इसके किसी भी विभाग के अधिकारी ने काम रुकवाने की जहमत तक नहीं उठाई। ग्रामीण मनजीत सिंह, अमरजीत, संतोख सिंह, रणधीर सिंह, राजकुमार, अमरीक सिंह, बलबीर सिंह, सेवा सिंह, बलविद्र सिंह का आरोप है कि विभाग के अधिकारी गांव की आबादी के नजदीक नियमों को दरकिनार कर पोल्ट्री फार्म बनाने वाले पक्ष के साथ मिले हुए है, जबकि इस पोल्ट्री फार्म के साथ लगते डेरों में भी न केवल बीमारियां फैलने का अंदेशा बन जाएगा। बल्कि इससे गांव व डेरों के आस-पास का वातावरण भी दूषित हो जाएगा।

ग्रामीणों ने कहा है कि पोल्ट्री फार्म लगाने वाले भूमि मालिक ने भूमि की किस्म तबदील करने की अनुमति लिए बिना पोल्ट्री फार्म का निर्माण करना शुरु कर दिया है। जो सरकारी नियमों की सरेआम अवहेलना है। ग्रामीणों ने पोल्ट्री फार्म लगाने वाले किसान के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि पोल्ट्री फार्म के कार्य को तुरंत प्रभाव से रोका जाए। अगर प्रशासन ने ऐसा नहीं किया तो वे मामले को सीएम विडो और जिला कष्ट निवारण समिति में ले जाएंगे।

पर्यावरण विभाग ही कर सकता है कार्रवाई : साहब सिंह

खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी साहब सिंह ने बताया कि गांव बीड़ मथाना के ग्रामीणों की ओर से उनके पास शिकायत आई है, लेकिन यह मामला पर्यावरण विभाग से संबंधित है। पर्यावरण विभाग ही कार्रवाई कर सकता है।

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