वैदिक शिक्षा पद्धति कर सकती व्यक्तित्व विकास : राजेश्वर मिश्र

फोटो संख्या : 21 जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भगवान परशुराम कॉलेज में वर्तमान परिप्रेक्ष्य म

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Mar 2018 11:48 PM (IST) Updated:Mon, 19 Mar 2018 11:48 PM (IST)
वैदिक शिक्षा पद्धति कर सकती व्यक्तित्व विकास : राजेश्वर मिश्र
वैदिक शिक्षा पद्धति कर सकती व्यक्तित्व विकास : राजेश्वर मिश्र

फोटो संख्या : 21

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

भगवान परशुराम कॉलेज में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में वैदिक शिक्षा पद्धति विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। वर्तमान शिक्षा पद्धति में किस प्रकार वैदिक शिक्षा को समंवित किया जा सकता है और इसके लाभ पर मंथन किया गया।

मुख्य वक्ता राजेश्वर मिश्र ने कहा कि हमारी वैद्धिक शिक्षा-पद्धति अब तक की सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों में से एक है जोकि गुरु-शिष्य पर आधारित थी। उस पद्धति में शिक्षा के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास के कार्य भी किए जाते थे। उन्होंने कहा कि वेद, उपनिषद, ब्राह्मण व ग्रंथ से वर्तमान शिक्षा जगत की उत्पन्न सभी समस्याओं के समाधान को खोजा जा सकता है। मुख्यातिथि डॉ. मान ¨सह ने वैदिक काल में महिला शिक्षा के विषय में चर्चा की और बहुत सी महिला विदुषियों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि वैदिक काल में सभी लोगों का शिक्षा का अधिकार प्राप्त था। कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज प्रबंधक समिति के प्रधान जयभगवान शर्मा ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि हमारा कॉलेज इस प्रकार के राष्ट्रीय स्तर का आयोजन कर रहा है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. योगेश्वर जोशी व डॉ. सुरेश कुमार संयोजक को बधाई देते हुए कार्यक्रम के सफल होने की कामना की। हरियाणा संस्कृत अकादमी निदेशक सोमेश्वर दत्त ने कहा कि संस्कृत भाषा प्रचार-प्रसार करना हमारा उद्देश्य है। इस सेमिनार में डॉ. ललित गौड़ ने बताया कि किस प्रकार वर्तमान काल में वैदिक शिक्षा पद्धति महत्वपूर्ण है, वैदिक साहित्य न केवल धार्मिक अपितु विज्ञान को भी आधार प्रदान करती है। नेशनल सेमिनार के संयोजक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में वैदिक शिक्षा पद्धति न केवल शिक्षा के लिए अपितु मानव जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण है। डॉ. हिम्मत ¨सह सिन्हा ने कहा कि वैदिक शिक्षा नैतिकता का ज्ञान देती है, जिससे जुड़कर शिक्षक और विद्यार्थी को अपने दायित्वों का बोध होता है। इस कार्यक्रम में डॉ.रणबीर ¨सह, प्रो. शीशपाल शर्मा, डॉ. माला राम बंसल, डॉ. मनोहर लाल, डॉ. कर्मजीत संधू, डॉ. रमा शर्मा, डॉ. सरिता शर्मा व डॉ. सतीश शर्मा मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी