सीखकर लोगों को भी सिखाएं प्रशिक्षु : शर्मा

रेडक्रॉस शिविर निदेशक रोहित शर्मा ने कहा कि सद़्विचार सद्कर्म एवं सद्भावना व्यक्ति को बहुमुखी विकास की ओर अग्रसर करते हैं। सीखना मनुष्य का प्रवृत्ति है। परंतु स्वयं सीखकर लोगों को भी सीख देना ही सद्कर्म है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Jan 2020 09:35 AM (IST) Updated:Thu, 09 Jan 2020 09:35 AM (IST)
सीखकर लोगों को भी सिखाएं प्रशिक्षु : शर्मा
सीखकर लोगों को भी सिखाएं प्रशिक्षु : शर्मा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

रेडक्रॉस शिविर निदेशक रोहित शर्मा ने कहा कि सद़्विचार, सद्कर्म एवं सद्भावना व्यक्ति को बहुमुखी विकास की ओर अग्रसर करते हैं। सीखना मनुष्य का प्रवृत्ति है। परंतु स्वयं सीखकर लोगों को भी सीख देना ही सद्कर्म है। वे हरियाणा रेडक्रॉस द्वारा पंजाबी धर्मशाला में आयोजित छह दिवसीय राज्य स्तरीय रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर के दौरान बोल रहे थे।

शर्मा ने कहा कि हम किसी के आंसुओं को खुशी में बदलकर एक नया जीवन दे सकते हैं जो हमारे जीवन की सच्ची सार्थकता है। शर्मा ने कहा कि हम सब लोगों का नैतिक कर्तव्य बनता है कि हम नि:स्वार्थभाव से मानव जगत की भलाई के लिए रक्तदान करें।

रिसोर्सपर्सन एमसी धीमान ने प्रतिभागियों को चिकित्सा सहायता के गुण सिखाते हुए कहा कि दुर्घटना स्थल पर उपलब्ध सामग्री के सही सदुपयोग से घायल या पीड़ित के जीवन को खुशियों में बदला जा सकता है। मोहन फाउंडेशन की प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर कुमारी नेहा शर्मा ने कहा कि व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा दान अंग दान है। इस दौरान सर्वजीत सिह, अजय कुमार, रिसोर्सपर्सन, टेकचंद यादव, रिसोर्सपर्सन, कुलदीप कुमार ठाकुर, जसविद्र पाल, राजेश कपूर, विजय धीमान मौजूद रहे।

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