महिलाओं के प्रति अपराध करने वालों को हो फांसी की सजा : डॉ. संतोष दहिया

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : उकलाना में छह साल की बालिका से दुष्कर्म व हत्या की वारदात ने

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Dec 2017 11:21 PM (IST) Updated:Mon, 11 Dec 2017 11:21 PM (IST)
महिलाओं के प्रति अपराध करने वालों को हो फांसी की सजा : डॉ. संतोष दहिया
महिलाओं के प्रति अपराध करने वालों को हो फांसी की सजा : डॉ. संतोष दहिया

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

उकलाना में छह साल की बालिका से दुष्कर्म व हत्या की वारदात ने पूरे हरियाणा की महिलाओं को अंदर से दहला दिया है। इस घटना के बाद एक बार फिर महिला सुरक्षा पर सवाल उठा है। हर तरफ यही आवाज उठ रही है कि इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। सर्वजातीय सर्वखाप की महिला ¨वग की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष दहिया का कहना है कि समाज में अगर महिलाओं को पूरी सुरक्षा नहीं मिलेगी। तब तक ये घटनाएं रूकने वाली नहीं है। इसके लिए गंदी सोच रखने वालों को फांसी की सजा का प्रावधान होना चाहिए।

अखिल भारतीय महिला शक्ति मंच की अध्यक्ष डॉ. संतोष दहिया ने कहा कि पीड़ित परिवार व उस बालिका का क्या कसूर था। इसलिए आज हमें सभी समाज को इकट्ठा होना होगा, तभी इसी तरह की घटनाएं भविष्य में रूक सकती हैं। पहले दिल्ली में निर्भया के साथ हुआ और अब इस बच्ची के साथ। पुलिस प्रशासन को भी चाहिए कि ऐसा अपराध करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएं। दुख की बात है कि आज समाज में महिलाएं व छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं। समय के अनुसार लोगों की सोच नहीं बदली है। जब तक लोगों की सोच नहीं बदलेगी, तब तक इस तरह की घटनाओं को रोका नहीं जा सकता। आए दिन महिलाओं व छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं आ रही हैं। अक्सर ऐसा घिनौना कार्य करने वालों को सजा नहीं मिल पाती है। अगर कानून सख्त होगा तो ऐसे काम करने वाले लोग भी दो बार सोचेंगे। हालांकि नियम कुछ कड़े हुए हैं, लेकिन अब भी महिलाएं व छात्राएं अपने आप को सुरक्षित नहीं पा रही है। उकलाना वाली घटना को याद कर ही आंखों में आंसू आ जाते हैं। वहां के रहने वाले लोग पीड़ित परिवार के साथ आए हैं, यह अच्छा कदम है। पीड़ित परिवार को थोड़ा हौसला अवश्य मिलेगा। डॉ. संतोष दहिया के अनुसार हम महिलाओं व लड़कियों को आगे लाने की बात तो करते हैं, लेकिन उनका सम्मान अब भी नहीं हो रहा है। यही कारण कि इस तरह की घटनाएं आज भी हो रही हैं। पहले दिल्ली में एक लड़की के साथ यह घटना हुई और अब इस छोटी सी लड़की के साथ। ऐसे तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इसके अलावा सरकार को चाहिए जनसंख्या के हिसाब से पुलिस बल भी बढ़ाए। महिलाओं व छात्राओं को तभी सुरक्षा मिलेगी, जब हम अपनी सोच बदलेंगे। डॉ. संतोष दहिया ने कहा कि उकलाना में जो घटना हुई उससे समाज का हर वर्ग दुखी है। उस छोटी सी लड़की ने तो अभी कुछ देखा भी नहीं था कि उस द¨रदे का शिकार हो गई। शासन के साथ पुलिस प्रशासन को भी ऐसे मामले में कड़े संज्ञान लेने होंगे तभी तो महिलाएं अपने आप को इस समाज में सुरक्षित महसूस कर सकती हैं।

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