साइकिल पर घर से निकला था ठोल गांव का गुड्डु, सुराग नहीं

आखिर कहां गया ठोल गांव का कर्मजीत ऊर्फ गुडडू। इस सवाल का जवाब न पुलिस के पास है और न ही पीड़ि़त परिजनों के पास। ठोल गांव का अधेड़ गुड्डू मंगलवार सवेरे सात बजे घर से साइकिल पर निकला। उसका साइकिल दोपहर के समय टूटी फूटी हालत में अंबाला हिसार हाइवे पर सैनी माजरा की ओर मिला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक कार और साइकिल के बीच टक्कर हुई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Apr 2019 08:36 AM (IST) Updated:Sat, 27 Apr 2019 06:46 AM (IST)
साइकिल पर घर से निकला था ठोल गांव का गुड्डु, सुराग नहीं
साइकिल पर घर से निकला था ठोल गांव का गुड्डु, सुराग नहीं

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद: आखिर कहां गया ठोल गांव का कर्मजीत ऊर्फ गुडडू। इस सवाल का जवाब न पुलिस के पास है और न ही पीड़ि़त परिजनों के पास। ठोल गांव का अधेड़ गुड्डू मंगलवार सवेरे सात बजे घर से साइकिल पर निकला। उसका साइकिल दोपहर के समय टूटी फूटी हालत में अंबाला हिसार हाइवे पर सैनी माजरा की ओर मिला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक कार और साइकिल के बीच टक्कर हुई। कार सवार लोग साइकिल पर सवार घायल व्यक्ति को अपने साथ ले गए। गुड्डू के परिजन तीन दिन से इस्माईलाबाद से चंडीगढ़ तक के तमाम अस्पताल छान चुके हैं। मगर गुड्डू का कोई अता पता नहीं है। कार का नंबर और कार सवार लोगों की पहचान तक किसी के पास नहीं है। हालत यह है कि पीड़ित परिजन ठोल से चंडीगढ़ तक के निर्जन स्थानों तक पर छानबीन कर चुके हैं। यह भी संशय है कि कहीं कार सवार किसी डर के कारण गुड्डू को बीच रास्ते में ही न फेंक गए हों। लेकिन कहीं से कोई सुराग हासिल नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो देखने वाले इसी गफलत में रह गए कि कार सवार खुद इलाज के लिए लेकर जा रहे हैं। ऐसे में किसी ने भी कार के नंबर या कार सवार लोगों का मोबाइल नंबर लेने का प्रयास नहीं किया। यह अपनी तरह का पहला मामला है। थाना प्रभारी बलदेव सिंह का कहना है कि आसपास के सभी पुलिस थानों से संपर्क बनाया हुआ है। यही नहीं किसी अस्पताल से भी दुर्घटना में घायल को भर्ती करने की सूचना भी हाथ नहीं लग पा रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब चंडीगढ़ पुलिस से संपर्क बनाया गया है।

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