दूसरी लहर में गांवों में पांव पसार रहा कोरोना वायरस

कुरुक्षेत्र कोरोना वायरस दूसरी लहर में गांवों में तेजी से पांव पसार रहा है। यह संक्रमित लोगों की संख्या में तेजी से उछाल आया है। इसके साथ कोरोना से मरने वालों की संख्या भी शहर से अधिक गांवों में अधि है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 07:22 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 07:22 AM (IST)
दूसरी लहर में गांवों में पांव पसार रहा कोरोना वायरस
दूसरी लहर में गांवों में पांव पसार रहा कोरोना वायरस

विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र :

कोरोना वायरस दूसरी लहर में गांवों में तेजी से पांव पसार रहा है। यह संक्रमित लोगों की संख्या में तेजी से उछाल आया है। इसके साथ कोरोना से मरने वालों की संख्या भी शहर से अधिक गांवों में अधि है। स्वास्थ्य विभाग के पिछले 15 दिनों के आंकड़ों पर नजर डाले तो 64 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है। इनमें से 29 शहर और 35 मौत गांवों में हुई। ऐसे में साफ है कि कोरोना की रफ्तार शहरों के मुकाबले गांवों में तेजी से बढ़ रही है। इसके पीछे गांवों में कोरोना गाइडलाइन और बुखार खांसी जुकाम की अनदेखी करना भी है।

जिले में 420 गांव हैं। स्वास्थ्य विभाग ने शहर के साथ गांवों में भी लोगों को जागरूक कर रहा है। पिछले दिनों गांवों में एकाएक मरने वालों की संख्या बढ़ गई। स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक रूप से सर्वे किया तो पांच गांवों में सबसे अधिक संक्रमण पाया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 650 टीमों का गठन किया। इन टीमों ने रविवार को गांवों में सर्वे शुरू किया।

पांच दिन में 25 की मौत

जिले में बात करें तो पिछले चार दिनों में 25 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है। इनमें से अकेले 18 मौत गांवों में हुई है। जबकि सात मृतक शहर के हैं। ऐसे में आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि गांवों में कोरोना की रफ्तार कितनी तेजी से फैल रही है।

तारीख कुल ग्रामीण शहर

15 मई 05 04 01

14 मई 05 04 01

13 मई 05 04 01

12 मई 05 04 01

11 मई 05 02 03 विभाग की टीम सजग : डा. संतलाल

जिला सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रति सजगता जरूरी है। गांवों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें काम कर रही हैं। गांवों में रहने वाले लोगों से यही अपील है कि वे किसी भी तरह के लक्षण होने पर घर में रहें बल्कि स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच कराएं, क्योंकि कोरोना को सतर्कता से ही हराया जा सकता है। मैं खुद गांवों में औचक निरीक्षण कर रहा हूं लोगों से अपील की जा रही है। इसके प्रसार को रोकना ग्रामीणों के हाथों में ही है। कुछ दिन एकसाथ बैठना बंद कर दें, लोग अपने-अपने घरों में ही रहें।

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