खेल एकेडमियों पर लॉक, खिलाड़ियों को सता रहा फिटनेस बिगड़ने का डर

कोरोना के दौर में लॉकडाउन होने के बाद से ही खेल एकेडमियां बंद पड़ी हैं। इनके बंद होने पर खिलाड़ियों को फिटनेस बिगड़ने का डर सता रहा है तो एकेडमी संचालक मोटा नुकसान होने की बात कह रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 09:20 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 09:20 AM (IST)
खेल एकेडमियों पर लॉक, खिलाड़ियों को सता रहा फिटनेस बिगड़ने का डर
खेल एकेडमियों पर लॉक, खिलाड़ियों को सता रहा फिटनेस बिगड़ने का डर

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कोरोना के दौर में लॉकडाउन के बाद से ही खेल एकेडमियां बंद हैं। इनके बंद होने पर खिलाड़ियों को फिटनेस बिगड़ने का डर सता रहा है और एकेडमी संचालकों को मोटा नुकसान हो रहा है। संचालकों को हॉस्टल, मैदान और मैस कर्मी सहित कोच और रसोइयों का खर्चा उठाना पड़ रहा है।

गांव अमीन की आर्य स्पो‌र्ट्स एकेडमी के संचालक यशपाल आर्य ने बताया कि जनवरी माह में उनकी एकेडमी में अंडर 14 वालीबॉल टीम का नेशनल कैंप लगाया गया था। इसी टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल कर प्रदेश का नाम देश भर में रोशन किया। इतना ही नहीं अंडर 17 में भी एकेडमी के खिलाड़ियों ने प्रदेश स्तर पर गोल्ड मेडल जीत कर जिले का नाम चमकाया था। अब एकेडमी 19 मार्च से बंद है। खिलाड़ी भी अपने घरों में हैं। इन तीन महीनों में खिलाड़ियों का खेल प्रभावित हुआ है। अब उन्हें दोबारा से इसी स्तर तक लेकर आने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।

एकेडमी में खेलते हैं 50 खिलाड़ी

उन्होंने बताया कि एकेडमी में 15 खिलाड़ी हॉस्टल में रहकर अभ्यास करते थे। इसके अलावा सुबह शाम आस-पास के गांवों में 30 से 35 खिलाड़ी अभ्यास करने आते थे। लॉकडाउन में उनको काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। घर की जमा पूंजी लॉकडाउन में एकेडमी के खर्च चलाने में लगानी पड़ रही है।

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