अली के रंग में रंग दीजै वाजा मुईनुद्दीन अजमेरी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पिपली रोड़ स्थित एक निजी पैलेस में रविवार रात्रि महफिल-ए-मामू

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Oct 2017 03:00 AM (IST) Updated:Tue, 03 Oct 2017 03:00 AM (IST)
अली के रंग में रंग दीजै वाजा मुईनुद्दीन अजमेरी
अली के रंग में रंग दीजै वाजा मुईनुद्दीन अजमेरी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पिपली रोड़ स्थित एक निजी पैलेस में रविवार रात्रि महफिल-ए-मामू आल्हा बक्श कव्वाली कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें गंगोह के मशहूर कव्वाल नसीर गंगोही एंड पार्टी द्वारा मामू आल्हा बक्श की शान में सूफियाना कलाम पढ़ते हुए कव्वालियां पेश की। कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर-7 निवासी भगत विक्रमपाल ¨सह परिवार द्वारा किया गया। दूर-दूर से भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने माथा टेककर आशीर्वाद लिया। भक्त मोहनलाल (गुरु जी) बिशनगढ़ वाले ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इससे पूर्व विशाल भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। अली के रंग में रंग दीजै वाजा मुईनुद्दीन अजमेरी.मामू के नाम का सिक्का जहां में चलता है, ये वो चिराग है, जो आंधियों में जलता है.से शुरु हुई इस मामू की महफिल में कव्वालों ने कई शेर अर्ज करते हुए कव्वालियां सुनाई, जिनमें मामू सोए बंगले में, लाडो खड़ी जंगले में, तेरे टुकड़ों पे पलते मामू पिया, बेखुद किए देते हैं अंदाज-ए-हिजाबाना, आ दिल में तुझे रख लूं जलवा-ए-जनाना और पीने को तो पी लूं मैं बस शर्त जरा-सी है, बगदाद का साकी हो और अजमेर का हो मयखाना इत्यादि काफी सराही गई। श्रद्धालु रात भर मामू की महफिल में झूमते रहे। इस अवसर पर भक्त पन्ना लाल, भगत राममूर्ति, भक्त हेमचंद जैन अंबाला वाले, भक्त अजायब ¨सह, भक्त मोहन लाल मुलाना वाले, भक्त लक्ष्मी नारायण शर्मा, सोनू भक्त पिहोवा, शक्ति शर्मा, कर्मजीत ¨सह गुराया, संदीप, जगप्रीत, सुलतान, अश्वनी शर्मा, जगीर ¨सह, राहुल सेन मुलाना, मोह मद शकील, हैप्पी, वैभव मौजूद रहे।

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