पहली पातशाही गुरुद्वारा में गुरुनानक देव की याद में संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव : सुधा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि पहली पातशाही गुरुद्वारा साहिब में गुरुनानक देव की याद में भव्य संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Dec 2018 12:51 AM (IST) Updated:Sun, 09 Dec 2018 12:51 AM (IST)
पहली पातशाही गुरुद्वारा में गुरुनानक देव की याद में संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव : सुधा
पहली पातशाही गुरुद्वारा में गुरुनानक देव की याद में संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव : सुधा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि पहली पातशाही गुरुद्वारा साहिब में गुरुनानक देव की याद में भव्य संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस प्रस्ताव को अनुमति के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास भेजा जाएगा। इस अनुमति के बाद संग्रहालय बनाने की आगामी कार्रवाई को अमलीजामा पहनाया गया है।

वह केडीबी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती को सालभर मनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा प्रदेश भर से 100 से ज्यादा सदस्यों को लेकर एक विशेष कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में कैबिनेट मंत्री, विधायक और प्रदेश के सभी जिलों से बद्घिजिवियों को रखा गया है। इस कमेटी के सदस्यों द्वारा 550वीं जयंती पर कार्यक्रमों को लेकर विचार-विमर्श करना शुरु कर दिया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अभी हाल में ही 550वीं जयंती को मनाने के लिए सदस्यों से कुरुक्षेत्र मे बैठक कर राय भी ली है। इस बैठक में कई बेहतर सुझाव सामने आए और एक सुझाव गुरुनानक देव जी की याद में एक भव्य संग्रहालय बनाने की बात भी रखी गई। उन्होंने कहा कि चर्चा के बाद संग्रहालय को अंबाला में बनाने की बात पर सहमति व्यक्त की जा रही थी, लेकिन सदस्यों से बातचीत कर कुरुक्षेत्र में ही संग्रहालय बनाने की कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया है। इसके लिए किरमच रोड पर पहली पातशाही गुरुद्वारे के सामने पड़ी जमीन का निरीक्षण किया गया और यहां पर संग्रहालय बनाने के लिए संबंधित लोगों से भी विचार विमर्श किया गया। इन तमाम पहलुओं को जहन में रखते हुए कुरुक्षेत्र में भव्य संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया गया है। इस प्रस्ताव को शीघ्र ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखा जाएगा। इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अनुमति मिलने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। इस प्रस्ताव के अनुसार इस संग्रहालय में सिखों के 10 गुरुओं के तमाम इतिहास को रखा जाएगा ताकि भावी पीढ़ी इतिहास को जानकर अपने जीवन को सफल बना सके।

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