कुछ राजनीतिक दलों के नेता कश्मीरी जनता को उलझा रहे हैं : प्रो. तंवर

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रो. इमराईतस राघवेंद्र तंवर ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों के नेता कश्मीरी जनता को उलझाए हुए है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 05:30 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 05:30 PM (IST)
कुछ राजनीतिक दलों के नेता कश्मीरी जनता को उलझा रहे हैं : प्रो. तंवर
कुछ राजनीतिक दलों के नेता कश्मीरी जनता को उलझा रहे हैं : प्रो. तंवर

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रो. इमराईतस राघवेंद्र तंवर ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों के नेता कश्मीरी जनता को उलझाए हुए है। अब यह स्पष्ट होता जा रहा है कि कश्मीर की जनता इन नेताओं के खेल को समझ चुकी है और वह शांति विकास और सुरक्षित भविष्य की खोज में है।

उन्होंने ये बात शहीदों की याद में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और राष्ट्रीय संग्रहालय के एक विशेष कार्यक्रम में कही। यह कार्यक्रम श्रीनगर में 22-23 अक्टूबर को हुआ। इसमें भारतीय सेना और वायुसेना के अति वरिष्ठ जरनलों को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ गवर्नर जम्मू कश्मीर मनोज सिन्हा ने किया। कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल एसए हसनैन, लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पन्नू, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, एयर वाइस मार्शल सुब्रमणयम, जम्मू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. अमिताभ मट्टू ने भाग लिया। प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी, समाज और विशेषकर युवाओं ने प्रदर्शनी और सम्मेलन में भाग लिया। प्रो. तंवर ने कहा कि 22 अक्तूबर 1947 देश के इतिहास में विशेषकर कश्मीर के इतिहास में काला दिवस है। इस दिन पाकिस्तानी सेना ने कबीलों के रूप में जम्मू कश्मीर पर आक्रमण किया था। यह दिवस भारत के लिए अति महत्वपूर्ण इसलिए भी है। इस आक्रमण में पाकिस्तान को बहुत बड़ा धक्का लगा। जब उन्होंने कश्मीर के मुसलमानों को भारतीय सेना के समर्थन में युद्ध के मैदान में उतरते देखा। उनको यह भी समझाया कि कश्मीरी मुसलमान ने पाकिस्तान के जिहादी नारे को ठुकराया और अपना समर्थन लोकतंत्रिक व धर्म निरपेक्ष भारत के प्रति दिखाया। प्रो. तंवर ने बताया कि एक लोकप्रिय युवा नेता ने भी कांफ्रेंस में भाग लिया।

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