एसवाइएल के मुद्दे पर इनेलो-बसपा नेताओं ने कुरुक्षेत्र में दी गिरफ्तारी

एसवाइएल में पानी लाने, दादूपुर नलवी नहर बनाने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर शुक्रवार को इनेलो-बसपा कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 18 May 2018 04:56 PM (IST) Updated:Fri, 18 May 2018 08:59 PM (IST)
एसवाइएल के मुद्दे पर इनेलो-बसपा नेताओं ने कुरुक्षेत्र में दी गिरफ्तारी
एसवाइएल के मुद्दे पर इनेलो-बसपा नेताओं ने कुरुक्षेत्र में दी गिरफ्तारी

जेएनएन, कुरुक्षेत्र। सतलुज यमुना लिंक (एसवाइएल) नहर में पानी लाने, दादूपुर नलवी नहर बनाने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर शुक्रवार को इनेलो-बसपा कार्यकर्ताओं ने यहां गिरफ्तारी दी। इससे पूर्व इनेलो नेता व नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने रैली को संबोधित किया। इस दौरान वह प्रदेश की मनोहर सरकार पर जमकर बरसे। कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।

इनेलो नेताओं ने कहा जब मौजूदा सरकार जनहित के मुद्दों को लेकर अपनी आंख और कान बंद कर ले तब सरकार को जगाने के लिए आमजन को साथ लेकर संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस की एसवाइएल के मुद्दे पर दोगली नीति है।

गत दिवस अभय चौटाला ने जींद में भी सभा को संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि इनेलो-बसपा गठबंधन के बाद कांग्रेस और भाजपा में खलबली बच गई है। गठबंधन के बाद दोनों दलों के बड़े नेता उनके संपर्क में हैं और इनेलो में शामिल होना चाहते हैं।

पूरी तरह चुनावी मोड में दिख रहे अभय चौटाला ने कहा कि सत्ता में आने पर गरीब परिवारों की बेटी की शादी पर 5 लाख रुपये कन्यादान देंगे और किसानों का कर्जा माफ करेंगे। चौटाला ने यह भी कहा कि सरकार बनने के बाद नौकरियों में मेरिट को नहीं, कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

कांग्रेस ने की थी प्रजातंत्र को खत्म करने की शुरुआत

उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद देश का प्रजातंत्र खतरे में पड़ गया है और भाजपा व कांग्रेस रीजनल पार्टियों को खत्म करना चाहती है। हालांकि प्रजातंत्र को खत्म करने की शुरुआत कांग्रेस ने वर्ष 1982 में कर दी थी। उस समय चौधरी देवीलाल के नेतृत्व में बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस ने भजनलाल का मुख्यमंत्री बना दिया था। अब इसी तरीके से भाजपा ने प्रजातंत्र को खतरे में डालकर गोवा, कर्नाटक, असम में सरकार बना ली है।

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