बाबा मोतीराम मेहरा की शहादत की याद में लगाया गर्म दूध का लंगर

कश्यप समाज के लोगों ने अमर शहीद बाबा मोतीराम मेहरा की शहादत की याद में धर्मशाला के गेट पर गर्म दूध का लंगर लगाकर अरदास की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Dec 2020 08:54 AM (IST) Updated:Wed, 30 Dec 2020 08:54 AM (IST)
बाबा मोतीराम मेहरा की शहादत की याद में लगाया गर्म दूध का लंगर
बाबा मोतीराम मेहरा की शहादत की याद में लगाया गर्म दूध का लंगर

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कश्यप समाज के लोगों ने अमर शहीद बाबा मोतीराम मेहरा की शहादत की याद में धर्मशाला के गेट पर गर्म दूध का लंगर लगाकर अरदास की।

समाजसेवी राजकुमार ईशहाक ने बताया कि चमकौर साहिब के युद्ध के समय माता गुजरी व दो साहिबजादे गुरु गोबिद सिंह जी से बिछुड़ गए। जिन्हें वजीर खान ने पकड़ कर ठंडे बुर्ज में कैद कर दिया था। ठंडे बुर्ज में कैद माता गुजरी व दोनों साहिबजादों को भूखा-प्यासा रखा हुआ था व घोषणा कर रखी थी कि यदि किसी ने माता गुजरी व दो साहिबजादों को खाना दिया तो उसको परिवार सेहत कोल्हू में पिसवा दिया जाएगा। बाबा मोतीराम मेहरा ने नबाब के आदेश की परवाह न करते हुए माता गुजरी व दोनों साहिबजादों को गर्म दूध की सेवा की। जिससे क्रोधित हो नवाब वजीर खान ने मोती राम मेहरा, उनके सात वर्षीय बेटे, माता, पत्नी को गुरु गोबिद सिंह जी के साहिबजादों व माता की दूध सेवा करने पर निर्दयतापूर्वक कोल्हू में पिसवा दिया था। बाबा मोती राम मेहरा ने यह जानते हुए कि साहबजादों व माता गुजरी की दूध सेवा के बदले उन्हें मौत मिलेगी, इसके बावजूद अपना फैसला नहीं बदला।

बाबा मोती राम मेहरा सिख धर्म व श्री गुरु गोबिद सिंह में विशेष आस्था रखते थे। बाबा मोतीराम मेहरा की निस्वार्थ, अमूल्य शहादत की याद में कश्यप समाज के लोग गर्म दूध का लंगर लगाते है। इस मौके पर प्रधान ओमपाल कश्यप, संटी कश्यप, रण सिंह, राजीव कुमार, अंकित, राजिदर कुमार ने लंगर में सेवा कार्य किया।

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