किसानों को बाजार में मांग के अनुसार करनी होगी खेती : धनखड़

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि प्रदेश के किसानों क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Sep 2017 11:31 PM (IST) Updated:Wed, 13 Sep 2017 11:31 PM (IST)
किसानों को बाजार में मांग के अनुसार करनी होगी खेती : धनखड़
किसानों को बाजार में मांग के अनुसार करनी होगी खेती : धनखड़

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि प्रदेश के किसानों को बाजार में मांग के अनुसार खेती करनी होगी। उन्हें बाजार में अपने अपनी फसल को बेचना सीखना होगा। सरकार की भी यही योजना है कि बिचौलियों की भूमिका को समाप्त कर किसानों को सीधा फायदा पहुंचाया जाए। किसान अपनी फसल को ब्रांड के रूप में तैयार करें ताकि बाजार उन्हें पहचान मिले। कृषि मंत्री बुधवार को नई अनाज मंडी में आयोजित किसान जमावड़े को संबोधित कर रहे थे।

कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों की आय प्रति एकड़ एक लाख रुपये पहुंचाना सरकार का सपना हैं। इस सपने को पूरा करने के लिए दूध का उत्पादन बढ़ाकर देश का प्रथम स्थान का राज्य बनाने, दिल्ली के 26 हजार करोड़ के बाजार पर प्रदेश के किसानों की खाद्य सामाग्री पहुंचाकर कब्जा करने जैसी अनेक योजनाओं को अमलीजामा पहनाएगी। पिपली में देशी गाय के दूध के लिए ए-2 मिल्क प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई है।

कृषि मंत्री ने लच्छेदार भाषण के जरिये सरकार की उपलब्धियां गिनाई, लेकिन जिले के किसानों के लिए किसी बड़े प्रोजेक्ट की घोषणा नहीं की। जबकि लाडवा विधायक डॉ. पवन सैनी की ओर से जिले में आलू के कोल्ड स्टोर एवं टमाटर के लिए फूड प्रोसे¨सग की यूनिट लगाने की मांग की थी। कृषि मंत्री ने दोनों मांगों को अनसुना कर केवल फसल बीमा योजना के नाम पर दिए गए मुआवजे का ही राग अलापा। उन्होंने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू न करने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा एवं केंद्र सरकार की पूर्व कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हुड्डा कमेटी की ओर से वर्ष 2010 में मुआवजा रिपोर्ट सौंपी थी, इसके बावजूद भी केंद्र सरकार ने लागू नहीं किया। मंच संचालन जिला महामंत्री जस¨वद्र ¨सह बहादरपुरा ने किया। इस अवसर पर राज्य कृषि मंत्री कृष्ण बेदी, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष समय ¨सह भाटी, जिप चेयरमैन गुरदयाल सुनहेड़ी, जिलाध्यक्ष मनदीप ¨सह विर्क प्रमुख रूप से मौजूद थे।

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