बिजली बिल में हो रही गड़बड़ी से उपभोक्ताओं को लग रहा जोर का झटका

सुबह साढ़े 11 बजे हैं और हम अभी बिजली निगम कार्यालय में खड़े हैं। यहां उपभोक्ता परेशान हुए घूम रहे हैं। ज्यादातर उपभोक्ता बिजली बिल में हो रही गड़बड़ी और मीटर जंप करने की समस्या को लेकर आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Sep 2019 09:42 AM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 06:38 AM (IST)
बिजली बिल में हो रही गड़बड़ी से उपभोक्ताओं को लग रहा जोर का झटका
बिजली बिल में हो रही गड़बड़ी से उपभोक्ताओं को लग रहा जोर का झटका

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र

सुबह साढ़े 11 बजे हैं और हम अभी बिजली निगम कार्यालय में खड़े हैं। यहां उपभोक्ता परेशान हुए घूम रहे हैं। ज्यादातर उपभोक्ता बिजली बिल में हो रही गड़बड़ी और मीटर जंप करने की समस्या को लेकर आ रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि वे एक बार बिल ठीक कराकर जाते हैं निगम अगली बार फिर बिल हजारों रुपये का भेज देता है, जिसकी वजह से उनकी परेशानी बढ़ जाती है। उपभोक्ताओं के मुताबिक बिजली निगम कार्यालय में मीटर से जुड़ी समस्याओं को ठीक कराने के लिए खुद ही बार-बार चक्कर काटने पड़ते हैं। जुलाई माह में 8729 का बिल, अगस्त का बिल दे दिया 9003 रुपये

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गांव मरचेहड़ी के लक्ष्मीकांत ने कहा कि वह बिजली निगम कार्यालय के चक्कर काट-काट कर थक गया है। मगर उसकी समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है। घर का मीटर जंप कर रहा है, जिसको ठीक करने के लिए उसने निगम कार्यालय में शिकायत भी दी। जुलाई माह में उसके घर का बिल 8729 रुपये आया था। उसने बिल भर दिया था और मीटर ठीक करने की शिकायत भी देकर गया था। अब इस महीने फिर से निगम ने बिजली बिल 9003 रुपये भेज दिया। उसके घर पर दो-तीन एलईडी बल्ब और पंखा है। उनके घर पर कोई फैक्ट्री नहीं लगी, जो निगम हर महीने इतना बिल भेज रहा है। बिजली का मीटर निकाल रहा गलत रीडिग, कई बार दी शिकायत

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ज्योतिनगर निवासी सुभद्रा रानी ने बताया कि घर पर लगा हुआ बिजली मीटर जून माह से गलत रीडिग दिखा रहा है, जिसे ठीक करवाने के लिए बिजली निगम कार्यालय में उनका छठा-सातवां चक्कर है। हर बार शिकायत देकर वे चली जाती हैं। मगर कार्यालय में कोई सुनने वाला नहीं है। निगम ऐवरेज बेस पर बिल भेज रहा है। उन्होंने जून माह में मीटर रीडिग ठीक करने के लिए शिकायत दी थी, मगर निगम कार्यालय से शिकायत ही गुम हो गई और कर्मचारी कहने लगे दोबारा शिकायत दे दो। उन्होंने कहा अगर कार्यालय से शिकायत पत्र ही गुम हो जाएगा तो समस्या का समाधान कैसे हो पाएगा। इसके अलावा उनके घर पर बिजली निगम का कर्मचारी बिल भरने की स्लिप देकर चला गया था और कहने लगा 18 जून से पहले बिल भर देना। जब वह बिल भरने बिजली निगम कार्यालय गई तो उनका बिल कंप्यूटर में शो ही नहीं हुआ। 18 अगस्त को जब वह दोबारा शिकायत देने गई तो बिजली निगम कार्यालय के कर्मचारियों ने उन्हें मीटर बॉक्स बदलने के लिए 250 रुपये की पर्ची थमा दी और कहने लगे आपके मीटर का बॉक्स खराब है वह बदला जाएगा। मगर अभी तक वह बॉक्स भी नहीं बदला गया। प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाता शिकायतों को : एसडीओ

एसडीओ राजबीर देसवाल ने कहा कि मीटर में गड़बड़ी होने पर ऐसी शिकायतें आती हैं। इन शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाता है। ग्रामीणों को अगर किसी तरह की भी समस्या हो तो वे कार्यालय समय में कभी भी मिल सकते हैं। उनकी समस्या का हल होगा।

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