राष्ट्रीय और गैर-राष्ट्रीय विचारधाराओं के बीच संघर्ष पर हुआ मंथन

मारकंडा नेशनल कॉलेज के अंग्रेजी विभाग द्वारा पोस्ट कॉलोनियलिज्म एवं बियॉन्ड थ्योरी एंड प्रेक्टिस नामक विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। सेमिनार का उद्घाटन प्रोफेसर अक्षय कुमार, गवर्निग बॉडी के प्रधान यशपाल वधवा व प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 06:12 AM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 06:12 AM (IST)
राष्ट्रीय और गैर-राष्ट्रीय विचारधाराओं के बीच संघर्ष पर हुआ मंथन
राष्ट्रीय और गैर-राष्ट्रीय विचारधाराओं के बीच संघर्ष पर हुआ मंथन

संवाद सूत्र, शाहाबाद मारकंडा: मारकंडा नेशनल कॉलेज के अंग्रेजी विभाग द्वारा पोस्ट कॉलोनियलिज्म एवं बियॉन्ड थ्योरी एंड प्रेक्टिस नामक विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। सेमिनार का उद्घाटन प्रोफेसर अक्षय कुमार, गवर्निग बॉडी के प्रधान यशपाल वधवा व प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर किया गया। सेमिनार के संयोजक प्रोफेसर कल्पना ने आयोजन के उद्देश्यों को पढ़ा और विषय पर भाषण देने और विचार-विमर्श करने के लिए विद्वानों को आमंत्रित किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार ने जम्मू-कश्मीर में जवानों पर हुए हमले पर शोक प्रकट करते हुए सभी के साथ मिलकर दो मिनट का मौन रखा। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कॉलेज में समय-समय पर इस तरह के आयोजन होते रहते हैं। पहले सत्र की अध्यक्षता पंजाब विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अक्षय कुमार ने की और उन्होंने सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। कुवि के अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर डॉ.बृजेश साहनी ने दूसरे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता की, जिन्होंने अंग्रेजी साहित्य में औपनिवेशिक अध्ययन पर ध्यान केंद्रित किया। रिसोर्स पर्सन के तौर पर उपस्थित कुवि के पूर्व प्रोफेसर डॉ. दिनेश दधिचि ने सेमिनार के विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। ईएफएलयू लखनऊ के निदेशक डॉ.रजनीश अरोड़ा राष्ट्रीय और गैर-राष्ट्रीय विचारधाराओं के बीच संघर्ष को विस्तार से बताया।

पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर ते¨जद्र कौर ने कहा गया है कि उपनिवेशवाद की विरासत अभी भी मूल लोगों के जीवन पर हावी है। इस सेमिनार में हरियाणा और पड़ोसी राज्यों के विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपने शोध-पत्र प्रस्तुत किए। डॉ.दिव्या ने सेमिनार की रिपोर्ट प्रस्तुत। हरपाल सैनी ने अतिथियों और प्रतिनिधियों को उत्साह बढ़ाने के साथ-साथ सेमिनार में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान की धुन के साथ हुआ। इस अवसर पर प्रबंधक समिति के सचिव प्रेम गंभीर, कोषाध्यक्ष विजय मलिक, डॉ. संजय कुमार, डॉ. जवाहर लाल, डॉ. संदीप श्योराण, डॉ. अजय अरोड़ा, डॉ. भूपेन्द्र तंवर, प्रो. सिद्धांत, कृष्ण लाल, राजेश कुमार सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

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