आयुर्वेदिक कॉलेज ने अस्पताल से छात्रावास तक बनाया रास्ता, अब सड़क पर नहीं उतरना पड़ेगा छात्राओं को

श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज से छात्रावास तक जाने के लिए अब छात्राओं को मुख्य सड़क पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सड़क पर चलते हुए वाहन चालकों द्वारा की जाने वाली छींटाकशी की शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने अस्पताल से छात्रावास तक का रास्ता तैयार करा दिया है। हालांकि पहचान पत्र और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग अभी भी अधूरी ही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Mar 2019 06:17 AM (IST) Updated:Fri, 15 Mar 2019 06:17 AM (IST)
आयुर्वेदिक कॉलेज ने अस्पताल से छात्रावास तक बनाया रास्ता, अब सड़क पर नहीं उतरना पड़ेगा छात्राओं को
आयुर्वेदिक कॉलेज ने अस्पताल से छात्रावास तक बनाया रास्ता, अब सड़क पर नहीं उतरना पड़ेगा छात्राओं को

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज से छात्रावास तक जाने के लिए अब छात्राओं को मुख्य सड़क पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सड़क पर चलते हुए वाहन चालकों द्वारा की जाने वाली छींटाकशी की शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने अस्पताल से छात्रावास तक का रास्ता तैयार करा दिया है। हालांकि पहचान पत्र और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग अभी भी अधूरी ही है।

गौरतलब है कि श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के विद्यार्थियों ने करीब तीन माह पहले अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर दी थी। विद्यार्थी अपनी मांगों को लेकर करीब 15 दिन तक हड़ताल पर रहे थे और भूख हड़ताल भी कर दी थी। इस दौरान विद्यार्थियों ने कॉलेज और अस्पताल के बीच से गुजर रही मुख्य सड़क पर दोनों ओर बैरियर व सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की थी। इसके अलावा कॉलेज के विद्यार्थियों के पहचान पत्र बनाने की मांग भी विद्यार्थियों ने उठाई थी। इस दौरान अस्पताल से छात्रावास तक जाने के दौरान रास्ते में छात्राओं के साथ वाहन चालकों द्वारा की जा रही छींटाकशी का मामला भी उठाया था, जिसके चलते श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति ने लिखित में विद्यार्थियों को उनकी ज्यादातर मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद अब कॉलेज प्रशासन ने अपनी जमीन में से ही अस्पताल से छात्राओं के लिए छात्रावास तक का रास्ता तैयार कर दिया है, ताकि छात्राओं को छात्रावास तक जाने के लिए सड़क पर न उतरना पड़े। वहीं विद्यार्थियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी ज्यादातर मांगे अधूरी है, जिस पर परीक्षा के बाद विद्यार्थी फिर से आवाज उठाएंगे। आयुष विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. कृष्ण कुमार जाटियान ने बताया कि विद्यार्थियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए जो भी कदम है वह उठाए जा रहे हैं। अस्पताल से छात्रावास तक का रास्ता तैयार कर लिया गया है, चाहरदीवारी कर दी गई है और खेल मैदान के चारों ओर तारों से बाउंड्री बनाई गई है।

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