विज की किताब में बख्शने जैसा शब्द नहीं : स्वास्थ्य मंत्री

फोटो संख्या : 19, 20, 21 स्वास्थ्य मंत्री ने लापरवाह अधिकारियों को लगाई फटकार देरी से एफआइआर

By Edited By: Publish:Sat, 04 Jul 2015 01:05 AM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2015 04:14 AM (IST)
विज की किताब में बख्शने जैसा शब्द नहीं : स्वास्थ्य मंत्री

फोटो संख्या : 19, 20, 21

स्वास्थ्य मंत्री ने लापरवाह अधिकारियों को लगाई फटकार

देरी से एफआइआर दर्ज करने पर पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश

- अधिकारियों को काम का तरीका बदलने की एक बार फिर दी नसीहत

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अनिल विज की किताब में बख्शने जैसा कोई शब्द नहीं है। इसलिए सभी अधिकारी पूरी तैयारी के साथ कष्ट निवारण समिति की बैठक में भाग लेना सुनिश्चित करें। अगर किसी भी अधिकारी ने आंखों में धूल झोंक कर तथ्यों को छिपाने का प्रयास किया तो उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। शुक्रवार को पंचायत भवन में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री कुछ इसी अंदाज में नजर में आए।

बैठक की शुरुआत में ही उन्होंने एफआइआर दर्ज करने में देरी करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए और कहा कि इस अधिकारी को अगले पांच महीने पब्लिक डी¨लग सीट पर नियुक्त नहीं किया जाए और जांच में दोषी पाए जाने पर सस्पेंड किया जाए।

शुक्रवार को जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने 19 शिकायतों पर सुनावाई की। ककराला गुजरान निवासी रघबीर ¨सह की पहली शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश हैं कि शिकायत आने के तुरंत बाद एफआईआर दर्ज की जाए लेकिन रघवीर ¨सह के मामले में ऐसा नहीं हुआ और छह माह तक एफआइआर दर्ज नहीं की गई। हालांकि शिकायतकर्ता ने संतुष्टि की बात कही थी लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने शिकायतकर्ता से दबाव में आकर हामी भरने की बात पूछी और कहा कि एक बार शिकायत के बाद तह तक जाना जरूरी है ताकि भविष्य में दोबारा गलती न हो। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने तत्काल पुलिस अधिकारी के खिलाफ जांच करने के आदेश देते हुए कहा कि दोषी पाए जाने पर संबंधित पुलिस अधिकारी को पब्लिक डी¨लग सीट पर न रखा जाए और उसे नियमानुसार सस्पेंड किया जाए। बैठक में रखी गई तीसरी शिकायत पर सुनवाई करते हुए

बीबीपुर के मदन कुमार ने जब बताया कि उसकी शिकायत को चार सालों तक दबाया गया है तो स्वास्थ्य मंत्री ने तत्कालीन एसडीएम के खिलाफ तुरंत नियमानुसार कार्रवाई करने के आदेश दे दिए और कहा कि इस मामले में जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री ने सभी समस्याओं का समाधान करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों की शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा किया जाना चाहिए। इस मामले में रत्ती भर भी लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। इस मौके पर पिहोवा विधायक जस¨वद्र ¨सह संधु, उपायुक्त सीजी रजिनिकांतन, पुलिस अधीक्षक सिमरदीप ¨सह, एडीसी प्रभजोत ¨सह सहित कष्ट निवारण समिति के सभी सदस्य व तमाम अधिकारी मौजूद थे।

रिकॉर्ड उपलब्ध कराने का आदेश

स्वास्थ्य मंत्री ने हंसाला निवासी जोगा ¨सह की शिकायत पर खाद्य आपूर्ति नियंत्रक डॉ. प्रेमपाल को आदेश दिए कि विभाग के इंस्पेक्टर के अधीन 38 में से 10 डिपुओं को जारी किए गए राशन की जांच की जाए और राशनकार्डों को वैरीफाई किया जाए कि उन्हें राशन मिला है कि नहीं या फिर कागजों में ही खतौनी दिखाई गई है। इसके साथ उन्होंने कहा कि जितने भी लोगों को राशन बांटा जाता है इसका सारा रिकार्ड उनकों उपलब्ध करवाया जाए।

कार्रवाई न होने से महिला आहत

दयालपुर के सुरमुख ¨सह के साथ आई उनकी पत्नी स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत सुनाते हुए रो पड़ी। उन्होंने कहा कि पोते की मौत हो गई है, लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। इसपर मंत्री ने कहा कि उनके पोते की मौत पर गहरा दुख है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को आदेश दिए कि जिस व्यक्ति ने शपथ पत्र दिया है, उस शपथ पत्र की तसदीक की जाए और गवाहों की छानबीन की जाए। अगर शपथ पत्र झूठा पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाए। इसके अलावा बिसरा रिपोर्ट आने के बाद पुलिस प्रशासन नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाए।

दोबारा करें जांच

स्वास्थ्य मंत्री ने यारा निवासी निर्मला देवी की शिकायत पर सुनवाई करते हुए कहा कि 10 अप्रैल 2015 को राजू व अन्य लोगों के खिलाफ दी गई शिकायत पर पुलिस अधीक्षक स्वयं छानबीन करेंगे और इस मामले की फिर से नये सिरे से जांच शुरू करेंगे। इस मामले में गांव के सरपंच या अन्य किसी भी व्यक्ति के दोषी पाए जाने पर किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस को लड़की के दोबारा ब्यान लेने के लिए भी आदेश दिए और कहा कि लड़की के ब्यान के बाद किसी गवाह की भी जरुरत नहीं है। उन्होंने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया कि इंसाफ दिलाया जाएगा।

एसडीएम कों सौंपी जांच

खेल मंत्री ने गांव बारवा निवासी इकबाल ¨सह की शिकायत पर एसडीएम को राशनकार्ड व पैंशन पर लगाए गए अंगुठों की फोरेंसिक लैब से जांच कराने के आदेश देते हुए कहा कि दो महिलाओं ने 2010 से 2015 तक जो पेंशन ली है, वह पैंशन किसने ली है, इस मामले की भी जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

बैठक में इन शिकायतों का हुआ समाधान

स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने शाहाबाद न्यू माडल टाउन निवासी कैप्टन निर्मल ¨सह, लोक स्वराज ट्रस्ट के प्रधान रघुवीर गर्ग, दयानंद गली चक्रवर्ती मोहल्ला निवासी संजय कुमार, कलालमाजरा निवासी राहुल सैनी, खानपुर कौलियां ग्राम पंचायत, गुमथला गढु निवासी रामदिया, सेक्टर 13 अर्बन अस्टेट निवासी जगत ¨सह, फत्तुपुर निवासी जसबीर ¨सह, सिरसमा निवासी देवराज व लाडवा निवासी हरीष कुमार की शिकायतों का मौके पर समाधान किया गया।

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