विद्यार्थियों को नहीं होती कोर्स की जानकारी, इसलिए दोनों गवर्नमेंट कॉलेज के प्रोफेशनल कोर्स में 30 से 50 प्रतिशत तक सीटें खाली

यूजी कोर्स में एडमिशन की दो चरणों की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जो सीटें खाली बची थी। उन्हें भी फिजिकल प्रेजेंस के माध्यम से भरा जा चुका है लेकिन विद्यार्थियों का रूझान कम होने के कारण शहर के कॉलेजों में प्रोफेशनल कोर्स की अब भी काफी सीटें खाली हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Jul 2018 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 18 Jul 2018 06:00 AM (IST)
विद्यार्थियों को नहीं होती कोर्स की जानकारी, इसलिए दोनों गवर्नमेंट कॉलेज के प्रोफेशनल कोर्स में 30 से 50 प्रतिशत तक सीटें खाली
विद्यार्थियों को नहीं होती कोर्स की जानकारी, इसलिए दोनों गवर्नमेंट कॉलेज के प्रोफेशनल कोर्स में 30 से 50 प्रतिशत तक सीटें खाली

जागरण संवाददाता, करनाल : यूजी कोर्स में एडमिशन की दो चरणों की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जो सीटें खाली बची थी। उन्हें भी फिजिकल प्रेजेंस के माध्यम से भरा जा चुका है लेकिन विद्यार्थियों का रूझान कम होने के कारण शहर के कॉलेजों में प्रोफेशनल कोर्स की अब भी काफी सीटें खाली हैं।

इतनी सीटें खाली रहने का कारण विद्यार्थियों को कोर्स की जानकारी न होना माना जा रहा है। शहर के दोनों सरकारी कॉलेजों में अलग-अलग प्रोफेशनल कोर्स में 30 से 50 प्रतिशत तक सीटें खाली हैं। गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमेन में तीन प्रोफेशनल कोर्स की कुल 200 में से 49 सीटें व पंडित चिरंजीलाल शर्मा गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में बीएमसी की 80 में से 40 और बीटीएम की 80 में से 30 सीटें खाली हैं।

विकल्प के रूप में करते हैं कोर्स का चयन

दोनों कॉलेजों में प्रोफेशनल कोर्स की सीटों के मुकाबले काफी ज्यादा आवेदन आए थे लेकिन एडमिशन प्रक्रिया के दोनों चरण पूरे होने के बाद भी इन कोर्स में सीटें नहीं भरी। इसके पीछे का कारण जानने के लिए मंगलवार को गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन के लिए आए विद्यार्थियों से बातचीत की गई।

विद्यार्थी अंकित, सुनील, सुनैना, मान्सी, एकता व गायित्री के अनुसार उन्होंने भी अपने संकाय के मेन के साथ प्रोफेशनल कोर्स का भी एडमिशन फार्म भरा था। दोनों कोर्स की मेरिट लिस्ट में उनका नाम आ गया। इसलिए उन्होंने अपने संकाय के कोर्स में ही दाखिला लिया है। कोर्स के यह हैं हालात

1. बीए मास कम्युनिकेशन : शहर के दो कॉलेजों में बीए इन मास कम्युनिकेशन कोर्स है। पंडित ¨चरजीलाल शर्मा पीजी कॉलेज में इस कोर्स की 80 सीटें हैं लेकिन यहां इस बार अभी तक 40 विद्यार्थियों का ही एडमिशन के लिए चालान जनरेट हुआ है। वहीं डीएवी पीजी कॉलेज में इस कोर्स की 50 सीटों पर आधे से कम एडमिशन होते हैं।

2. बीटीएम : गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में बीए इन टूरिज्म मैनेजमेंट कोर्स की 80 सीटें हैं। यहां भी 30 सीटें अभी रिक्त हैं। इसके अलावा गुरुनानक खालसा कॉलेज में इस कोर्स की 30 सीटें हैं। यहां भी सभी सीटें नहीं भर पाती।

3. बीसीए : बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन कोर्स की गवर्नमेंट ग‌र्ल्स कॉलेज में 40 सीटों में से अभी 13 खाली हैं जबकि पीजी कॉलेज में 400 में से 35 सीटें ही रिक्त बची हैं। इसके अलावा चार अन्य एडेड कॉलेजों में इस कोर्स की 10 से 25 प्रतिशत तक सीटें खाली रहती हैं।

4. बीबीए : बीबीए कोर्स दो एडेड कॉलेजों के अलावा गवर्नमेंट ग‌र्ल्स कॉलेज में भी हैं। ग‌र्ल्ज कॉलेज में फिजिकल प्रेजेंस के बाद 80 में से 59 सीटें ही भर पाई हैं। वहीं केवीए डीएवी और डीएवी पीजी कॉलेज में भी इस कोर्स की कई सीटें अभी खाली हैं।

आधी सीटें भी नहीं भरी तो बंद हुआ पीजीडीजेएमसी

गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में वर्ष 2016-17 के लिए पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन कोर्स 60 सीटों के साथ शुरू हुआ था। इसमें महज 15 ही एडमिशन हुए। वहीं वर्ष 2017-18 में दाखिले के लिए पहले से भी कम आवेदन आए तो इस कोर्स को बंद दिया गया। इसके अलावा इस कॉलेज में बीबीए कोर्स में भी स्टूडेंट्स के घटते रूझान के कारण बंद किया गया था। फोटो--- 22 नंबर है।

खाली सीटों पर 23 को दोबारा होगी फिजिकल प्रेजेंस

गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमेन की ¨प्रसिपल कुल¨वद्र कौर ने बताया कि जिन कोर्स में सीटें खाली बची हैं। उन्हें भी फिजिकल प्रेजेंस के माध्यम से भरा जाएगा। 23 जुलाई को होने वाली फिजिकल प्रेजेंस में भी मेरिट के आधार पर एडमिशन दिया जाएगा। जिन विद्यार्थियों ने एडमिशन आवेदन फार्म भरा हुआ है। वे दाखिले के लिए कॉलेज में उपस्थिति दर्ज करवा सकते हैं।

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