लोगों में संशय सीएम तक जाती है या नहीं शिकायत

जागरण संवाददाता, करनाल : उपमंडल स्तर पर सीएम ¨वडो की स्थापना होने के बाद जिला मुख्यालय में

By Edited By: Publish:Sat, 21 Jan 2017 02:10 AM (IST) Updated:Sat, 21 Jan 2017 02:10 AM (IST)
लोगों में संशय सीएम तक जाती है या नहीं शिकायत
लोगों में संशय सीएम तक जाती है या नहीं शिकायत

जागरण संवाददाता, करनाल : उपमंडल स्तर पर सीएम ¨वडो की स्थापना होने के बाद जिला मुख्यालय में स्थित सीएम ¨वडो पर शिकायतों का ग्राफ कम होने लगा है। सीएम ¨वडो पर रोजाना करीब 12 से 20 शिकायतें दर्ज होती हैं। जबकि उपमंडल स्तर पर सीएम ¨वडो खुलने से पहले यहां रोजाना 15 से 25 शिकायत दर्ज होती थी। सब डिविजन इंद्री, असंध व घरौंडा में सीएम ¨वडो खुलने के बाद इन क्षेत्रों के बहुत कम लोग ही शिकायत लेकर करनाल पहुंचते है। लेकिन कई लोग उपमंडल स्तर पर स्थापित सीएम ¨वडो में शिकायत दर्ज कराने की बजाय जिला मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराने आ रहे है।

25 दिसंबर 2016 को सुशासन दिवस पर जिले के तीन उपमंडलों में सीएम ¨वडो की स्थापना की गई थी। ताकि लोगों को अपनी शिकायत लेकर जिला मुख्यालय ना आना पड़े और सब डिविजन पर स्थापित सीएम ¨वडो में ही अपनी शिकायत दर्ज कराकर सीएम दरबार में भेज सकें। जनवरी माह में सीएम ¨वडो पर 185 शिकायत दर्ज हुई है। जबकि दिसंबर में कुल 292 शिकायत ही दर्ज हुई। जिला मुख्यालय में स्थित सीएम ¨वडो पर अब तक कुल 4602 शिकायतें दर्ज हुई हैं। इनमें से 4164 शिकायतों का निपटारा हो चुका है। जबकि 413 शिकायतों को निपटाने का कार्य जारी है।

सीएम ¨वडो के प्रति लोगों के मन में संशय

सब डिविजन और जिला मुख्यालय में स्थापित सीएम ¨वडो को लेकर लोगों के मन में संशय हैं। लोग जिला मुख्यालय पर स्थापित सीएम ¨वडो पर दर्ज शिकायत को सीएम दरबार तक पहुंचना समझ रहे है। जबकि उपमंडल स्तर पर स्थापित सीएम ¨वडो को लोग एसडीएम तक पहुंचना मान रहे है। इस कारण उपमंडल स्तर पर स्थापित सीएम ¨वडो वाले क्षेत्र के लोग भी अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए करनाल पहुंचते हैं।

जल्द नहीं होता शिकायतों का निपटान

सीएम ¨वडो पर दर्ज शिकायत का निपटारा 30 दिन में होना होता है। जबकि कई शिकायतों का चार से पांच माह तक भी समाधान नहीं हो पा रहा है। इस कारण लोगों में सीएम ¨वडो पर धीमी गति से चल रहे निपटान कार्य को लेकर निराशा है। सीएम ¨वडो पर शिकायत दर्ज कराने आए राजेंद्र मलिक, डबकोली निवासी शैलेंद्र व हरिओम का कहना है कि सीएम ¨वडो पर शिकायत का शीघ्र समाधान नहीं होता। उन्होंने अपनी बिजली संबंधी शिकायत सितंबर माह में दर्ज कराई थी। लेकिन उनकी शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों को समाधान के लिए काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है। वहीं कर्म ¨सह और बिट्टू का कहना है कि उनकी पेंशन संबंधी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई हुई है।

यह है जिला मुख्यालय पर स्थापित सीएम ¨वडो की स्थिति

इतनी दर्ज हुई शिकायतें

माह शिकायत औसत

जनवरी 185 10-20 रोजाना

दिसंबर 292 15-25 रोजाना

अब तक कुल शिकायत

दर्ज निपटान इन एक्शन

4602 4164 438

किसी को यह संशय नहीं रखना चाहिए कि करनाल में दर्ज होने वाली शिकायत पर ही संज्ञान लिया जाता है। इंद्री, असंध व घरौंडा की सीएम ¨वडो में दर्ज होने वाली शिकायतें भी सीएम सैल तक जाती है। शिकायत का समाधान 30 दिन में होता है, लेकिन कुछ मामलों में देरी हो जाती है।

सुधांशु गौतम, नगराधीश, करनाल।

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