किसान आंदोलन बन चुका जन आंदोलन : नरेंद्र राणा

बसपा कार्यालय में प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र राणा ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन बड़ा होता जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Jan 2021 09:16 AM (IST) Updated:Mon, 04 Jan 2021 09:16 AM (IST)
किसान आंदोलन बन चुका जन आंदोलन : नरेंद्र राणा
किसान आंदोलन बन चुका जन आंदोलन : नरेंद्र राणा

संवाद सहयोगी, असंध : दरबारा कालोनी स्थित बसपा कार्यालय में प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र राणा ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन कड़ाके की ठंड और बारिश के बीच में जारी है। किसान अपना घर छोड़कर ठंड में खुले आसमान के नीचे बैठ है और देश का पेट भरने वाला अन्नदाता मुश्किल दौर से गुजर रहा है। किसान आन्दोलन अब जन आन्दोलन बन चुका है और किसानों को मजदूर, कर्मचारी, सामाजिक, राजनीतिक और दूसरे संगठनों का समर्थन भी आन्दोलन को मिल रहा है। राणा ने कहा कि आन्दोलन जितना लंबा चलेगा, उतना ही बड़ा होता जाएगा। इस अवसर पर बसपा हलका अध्यक्ष राजेंद्र कतलाहेडी, रमेश राणा, श्याम लाल जिदंल, कृष्णचंद शर्मा सालवन, महीपाल शर्मा, राममेहर राणा, सुखबीर राणा, दयानंद रोड, सोनू मौजूद थे।

क्रमिक भूख हड़ताल के चलते पांच किसान धरने पर बैठे

संवाद सूत्र, जलमाना : प्योंत टोल टैक्स पर क्रमिक भूख हड़ताल के चलते पांच किसान धरने पर बैठे और कृषि कानूनों का विरोध किया। किसान नेता गुरवंत सिंह सन्धु, जोगिद्र सिंह झींडा ने कहा कि दिल्ली सहित प्रदेश के सभी टोल टैक्सों पर सर्दी में धरना दे रहे किसानों, मजदूरों व आमजन के संघर्ष के आगे केंद्र सरकार को झुकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों को मानना चाहिए। अगर समय रहते मांगें नहीं मानी गई तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। साथ ही सरकार को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस अवसर पर जगमाल, गुरवंत सिंह, दिलबाग सिंह, छत्रपाल सिधड, हरनन्दन सिंह राणा, शुक्रमपाल, शमशेर सिंह, रनजीत सिंह, वीरेंद्र सिंह मौजूद थे।

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