दिसंबर के अंत में नगर निगम चुनाव संभव

सरकार ने निगम चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है। अब राज्य चुनाव आयोग को तारीख फाइनल करनी है। चुनाव की संभावना दिसंबर के अंतिम सप्ताह में संभव है। इससे पहले सरकार कई रियायत देना चाह रही है। इन रियायतों को अंतिम रूप प्रदान किया जा रहा है। यह घोषणा होते ही चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 01:38 AM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 01:38 AM (IST)
दिसंबर के अंत में नगर निगम चुनाव संभव
दिसंबर के अंत में नगर निगम चुनाव संभव

अश्विनी शर्मा, करनाल

सरकार ने निगम चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है। अब राज्य चुनाव आयोग को तारीख फाइनल करनी है। चुनाव की संभावना दिसंबर के अंतिम सप्ताह में संभव है। इससे पहले सरकार कई रियायत देना चाह रही है। इन रियायतों को अंतिम रूप प्रदान किया जा रहा है। यह घोषणा होते ही चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।

सीएम मनोहर लाल ने भी छठ पूजा पर करनाल प्रवास के दौरान इशारा किया था कि चुनाव जल्दी ही होंगे। इसके तुरंत बाद ही निगम में रिटर्निग ऑफिसर नियुक्त कर दिए गए हैं। रिटर्निग अधिकारी तभी नियुक्त होते हैं, जब सरकार चुनाव में जा रही होती है। मेयर और निगम पार्षदों का कार्यकाल दो जुलाई को समाप्त हुआ था। इस तरह से देखे तो चुनाव पहले ही लेट हो रहे हैं। सरकार अब इसे और ज्यादा देरी नहीं करना चाह रही है।

सरकार की तैयारियां पूरी

वोटर लिस्ट फाइनल : चुनाव के लिए वोटर लिस्ट फाइनल होती है। नए नाम जुड़ने और नाम काटने का यह काम चुनाव से पहले पूरा कराया जाता है। यदि किसी नाम पर किसी को कोई ऑब्जेक्शन है तो उसे भी दूर कर लिया जाता है। यह काम पूरा हो गया है। जिससे यहीं माना जा सकता है कि अब चुनाव की घोषणा किसी भी वक्त संभव है। आरओ नियुक्त : इनकी नियुक्त होते ही यह माना लेना चाहिए कि चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो गई है। क्योंकि रिटर्निग ऑफिसर की चुनाव में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नामाकंन से लेकर मतदान तक हर काम आरओ ही करते हैं।

बड़ा दांव खेलने की तैयारी में सरकार

उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार हाउस टैक्स में बड़ी रियायत दी जा सकती है। इसके लिए नगर निगमों से रिपोर्ट भी मंगवाई गई है। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट सरकार तक पहुंच चुकी है। सियासी रणनीतिकारों का मानना है कि हाउस टैक्स में छूट से मतदाताओं को लुभाया जा सकता है।

अवैध कॉलोनियों को नियमित करना

अवैध कॉलोनियों को नियमित करना और यहां सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बजट की घोषणा हो सकती है। कॉलोनियों को नियमित करने की शर्त में भी रियायत दी जा सकती है। इससे ज्यादा से ज्यादा कॉलोनियों को इस दायरे में लाया जा सके।

विकास की लिए बजट की घोषणा करना

विकास के लिए सरकार बड़ा बजट देने की घोषणा भी कर सकती है। कुछ ऐसे काम जो काफी समय से निगम एरिया में अटके हुए हैं, उन्हें गति देने काम भी करना भी प्राथमिकता में है। इसके लिए मोटे बजट की भी घोषणा हो सकती है।

खुद का आकलन करना भी रणनीति

इस चुनाव से पार्टी खुद का आकलन भी करना चाह रही है। यहीं वजह है कि निगम चुनाव को मुख्य चुनाव के सेमीफाइनल की तरह नहीं, बल्कि फाइनल की तरह लिया जा रहा है। क्योंकि माना यह भी जा रहा है कि इसके परिणाम लोकसभा व विधानसभा चुनाव पर पड़ सकते हैं। इसलिए कोशिश यही है कि निगम चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन जबरदस्त रहे।

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