बस क्यू शेल्टर पर ऑटो चालकों के कब्जे से यात्री परेशान

जीटी रोड पर ऑटो चालकों की मनमानी से निर्धारित स्टैंड पर बसें नहीं रुकने से लोगों को परेशानी होती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 May 2019 07:36 PM (IST) Updated:Wed, 22 May 2019 06:38 AM (IST)
बस क्यू शेल्टर पर ऑटो चालकों के कब्जे से यात्री परेशान
बस क्यू शेल्टर पर ऑटो चालकों के कब्जे से यात्री परेशान

संवाद सहयोगी, घरौंडा : कस्बे के दोनों बस क्यू शेल्टरों पर आटो चालकों का कब्जा परिवहन विभाग की बसों के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है। ऑटो चालकों की इस मनमानी से बस चालक ही नहीं, बल्कि बस यात्रियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऑटो चालकों के कारण होने वाली परेशानी से यात्री परेशान है लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस समस्या को लेकर कई बार रोडवेज विभाग के अधिकारियों को शिकायत की गई है। बावजूद इसके समस्या का कोई भी समाधान नहीं हो पा रहा है।

रोडवेज बस यात्रियों के लिए करनाल-पानीपत और पानीपत-करनाल साइड बस क्यू शेल्टरों का निर्माण किया गया। हालांकि इन बस क्यू शेल्टरों का निर्माण रोडवेज की बसों के लिए किया गया था लेकिन ऑटो चालकों ने इन बस क्यू शेल्टरों पर पूरी तरह से अपना अधिपत्य जमा लिया है। करनाल-पानीपत साइड में बने बस क्यू शेल्टरों पर पूरा दिन ऑटो खड़े रहते है। जिस वजह से रोडवेज की बसें क्यू शेल्टर तक नहीं पहुंच पाती और यात्रियों को सड़क के ऊपर ही उतार कर रवाना हो जाती है। दूसरी ओर, पानीपत-करनाल बस क्यू शेल्टर पर भी कमोबेश यहीं स्थिति है। यहां पर ऑटो चालक अपने थ्री व्हीलरों को बस स्टैंड के ठीक सामने खड़े करते है। आलम यह होता है कि सड़क कम चौड़ी होने की वजह से बसों को निकलने तक की जगह नहीं मिलती और जाम की स्थिति बन जाती है। इन ऑटो चालकों को रोकने और टोकने वाला न तो पुलिस प्रशासन है और ना ही रोडवेज के अधिकारी। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ता है। क्या कहते हैं यात्री

यात्री राकेश कुमार, सोहन सिंह, मुकेश मेहला, प्रदीप कुमार, शंटी चौहान, रामनिवास, सौरभ, रोहित, प्रवीन कुमार व अन्य का कहना है कि ऑटो चालक अपनी मर्जी से कहीं पर भी अपना वाहन खड़ा कर देते हैं। जिससे अन्य वाहनों को आने जाने का रास्ता नहीं मिलता और हादसे हो जाते है। इनकी वजह से बसें सड़कों के बीचों-बीच रुकती हैं और यात्रियों को अपनी जान जोखिम में डालकर बस में चढ़ना व उतारना पड़ता है। शहरवासियों की मांग है कि इन ऑटो की वजह से बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है। इनको बस स्टैंड पर न खड़ा होने दिया जाए।

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