बीईओ की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

नायब तहसीलदार केस में बीईओ ने अग्रिम जमानत के लिए रेवाड़ी कोर्ट में याचिका दायर की जो खारिज हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Jun 2019 04:29 AM (IST) Updated:Mon, 03 Jun 2019 06:29 AM (IST)
बीईओ की अग्रिम जमानत याचिका खारिज
बीईओ की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

जागरण संवाददाता करनाल : नायब तहसीलदार प्रश्नपत्र लीक मामले में आरोपित बीईओ राजीव बुटानी गिरफ्तारी से बचने के लिए अब अग्रिम जमानत लेने की कोशिश में जुटा हुआ है। अभी तक वह फरार चल रहा है। रेवाड़ी पुलिस उसका पता लगाने में अभी तक नाकामयाब साबित हो रही है। जांच टीम का दावा है कि राजीव के पकड़े जाने के बाद ही इस पूरे मामले का खुलासा हो सकता है। इसलिए उसका पकड़ा जाना बेहद जरुरी है। दूसरी ओर राजीव अग्रिम जमानत की कोशिश में जुटा हुआ है। रेवाड़ी में उसने जमानत की याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। अब वह उपरी अदालत में जा सकता है। पिछले दिनों नायब तहसीलदार की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। करनाल से लीक हुए पेपर में राजीव की भूमिका जांच टीम मान कर चल रही है। इस मामले में करनाल से दो लोगों एसएस इंटरनेशनल स्कूल का चपड़ासी राजकुमार और प्रशासक जसबीर को रेवाड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर रखा है। बताया जा रहा है कि बीइओ राजीव को जानता है। इसलिए तीनों ने मिल कर ही पेपर लीक करने की योजना तैयार की थी। ऐसा रेवाड़ी पुलिस का कहना है। सतीश राठी भी अहम कड़ी साबित हो सकता है

इधर जांच टीम का मानना है कि इसी मामले में सतीश राठी नामक व्यक्ति की भी तलाश है। वह भी पेपर लीक कांड का खुलासा होते ही फरार हो गया था। पुलिस का मानना है कि उसे भी इस मामले की काफी जानकारी है। यहीं वजह है कि बीइओ व राठी की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। यह भी माना जा रहा है कि पेपर लीक कराने वाले गिरोह के तार काफी ऊपर तक जुड़े हुए हैं। उनके पकड़े जाने के बाद कई खुलासे हो सकते हैं। रेवाड़ी पुलिस का पूरा सहयोग किया जा रहा है : एसपी

इधर एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि क्योंकि यह मामला रेवाड़ी का है, इसलिए वहीं की पुलिस मामले की जांच कर रही है। हम पुलिस की हर संभव मदद कर रहे हैं। आरोपितों को पकड़ने के लिए जो भी जानकारी वहां से मांगी जा रही है, हम उपलब्ध करा रहे हैं। एसपी ने कहा कि गलत काम किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। गलत काम करने वालों के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्यवाही की जाएगी।

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