शिफ्ट हो सकता है संस्कृत विश्वविद्यालय का स्थान

वर्ष 2014 में कैथल के हुडा मैदान में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मूंदड़ी गांव में प्रदेश का पहला महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय की घोषणा की थी। इस विश्वविद्यालय को लेकर इस साल कक्षाएं तो डॉ. भीम राव आंबेडकर राजकीय कॉलेज के भवन में शुरू हो गई हैं लेकिन विश्वविद्यालय का भवन आज तक भी मूंदड़ी में तैयार नहीं हो पाया है। इसका कारण वहां जो जगह चिन्हित की गई है उस पर विवाद है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Dec 2019 09:16 AM (IST) Updated:Sat, 28 Dec 2019 09:16 AM (IST)
शिफ्ट हो सकता है संस्कृत विश्वविद्यालय का स्थान
शिफ्ट हो सकता है संस्कृत विश्वविद्यालय का स्थान

कमल बहल, कैथल : वर्ष 2014 में कैथल के हुडा मैदान में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मूंदड़ी गांव में प्रदेश का पहला महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय की घोषणा की थी। इस विश्वविद्यालय को लेकर इस साल कक्षाएं तो डॉ. भीम राव आंबेडकर राजकीय कॉलेज के भवन में शुरू हो गई हैं, लेकिन विश्वविद्यालय का भवन आज तक भी मूंदड़ी में तैयार नहीं हो पाया है। इसका कारण वहां जो जगह चिन्हित की गई है, उस पर विवाद है।

ग्रामीणों के अनुसार यहां पूर्व में हुड्डा सरकार ने बीपीएल परिवारों के 100-100 गज के प्लाट काटे थे। इसके साथ हाइटेंशन तार और दोनों तरफ ड्रेन निकली हुई है। इस कारण नक्शा पास नहीं हो पा रहा है। अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसके स्थान को बदलने के लिए राज्य मंत्री कमलेश ढांडा से मिलकर पट्टी अफगान स्थित गुरु गोबिद सिंह खेल स्टेडियम में संस्कृत विश्वविद्यालय के लिए स्थान शिफ्ट करने का प्रस्ताव रखा है।

इस कारण खेल स्टेडियम

में बन सकता है भवन :

वर्ष 2008 में तत्कालीन हुड्डा सरकार में खेल स्टेडियम शुरू किया गया था। यह स्टेडियम करीब 20 एकड़ जगह में बनाया गया है। स्टेडियम में करीब आठ साल तक जिला खेल विभाग का कार्यालय भी चलाया गया, लेकिन शहर से स्टेडियम की दूरी इसे सेक्टर 21 स्थित इंडोर स्टेडियम में शिफ्ट कर दिया गया। जब तक विभाग का कार्यालय स्टेडियम में चला, तब तक स्टेडियम की देखरेख हुई, लेकिन अब स्टेडियम बदहाली का शिकार है। इंडोर स्टेडियम और कार्यालय के कमरे खंडहर हो रहे हैं। शहर से करीब आठ किलोमीटर दूर होने के कारण खिलाड़ी अभ्यास के लिए नहीं जा पाते है। जब इस स्टेडियम का शिलान्यास किया था, उस समय खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों ने सरकार से स्टेडियम को यहां न बनाकर बस अड्डा के समीप पुलिस लाइन की जगह में बनाने की मांग की थी, लेकिन इस मांग को ठुकराते हुए करोड़ों रुपये खर्च कर स्टेडियम बनाया था। अब खंडहर इस स्टेडियम को प्रयोग में लाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने यहां शिफ्ट करने का प्रस्ताव रखा है।

पहले भी प्यौदा गांव में शिफ्ट

हो गया था विश्वविद्यालय :

मूंदड़ी गांव की पंचायत ने गांव में संस्कृत विश्वविद्यालय न बनाने को लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजा था। जैसे ही इस बारे में प्यौदा गांव की पंचायत की जानकारी मिली तो उन्होंने प्यौदा में विश्वविद्यालय खोलने की मांग सरकार से की, लेकिन बाद में मूंदड़ी गांव के लोगों ने अपनी पंचायत के फैसले को चुनौती देते हुए सरकार से गांव मूंदड़ी में विश्वविद्यालय खोलने बारे ज्ञापन दिया। इसके बाद गांव मूंदड़ी में विश्वविद्यालय के भवन निर्माण को लेकर प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन अब दोबारा मूंदड़ी से विश्वविद्यालय शिफ्ट होने की चर्चाएं उठने लगी है।

प्रस्ताव रखा है

विश्वविद्यालय के कुलपति श्रेयांश द्विवेदी ने बताया कि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण को लेकर राज्य मंत्री से मिले थे। खेल स्टेडियम में विश्वविद्यालय में बनाने का प्रस्ताव रखा है।

वर्जन : सीएम से करेंगे चर्चा

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालय को पट्टी अफगान के खेल स्टेडियम में शिफ्ट करने का प्रस्ताव उनके सामने रखा है। वे इस बारे में सीएम मनोहर लाल से मिलकर चर्चा करेंगी। --------------------------

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