कैथल के गुरुकुल में ये कैसी शिक्षा, छात्र को बेरहमी से पीटा, रीढ़ की हड्डी में चोट

गुरुकुल तक्षशिला के स्टाफ पर छात्र की बेरहमी से पिटाई करने पर मामला दर्ज किया गया है। महिला का आरोप है कि स्टाफ ने उसके बेटे को बंधक बनाकर पीटा है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 30 May 2019 06:23 PM (IST) Updated:Thu, 30 May 2019 06:23 PM (IST)
कैथल के गुरुकुल में ये कैसी शिक्षा, छात्र को बेरहमी से पीटा, रीढ़ की हड्डी में चोट
कैथल के गुरुकुल में ये कैसी शिक्षा, छात्र को बेरहमी से पीटा, रीढ़ की हड्डी में चोट

कैथल, जेएनएन। कैथल में अहमदपुर के तक्षशिला गुरुकुल पर 12वीं कक्षा के छात्र को बेरहमी से पीटने व तीन दिन तक बंधक बनाने के आरोप में पूंडरी पुलिस ने छात्र की मां की शिकायत पर दो आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं दूसरी तरफ स्कूल प्रबंधन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। 

जींद निवासी महिला निर्मला ने आरोप लगाया कि गुरुकुल के चीफ वार्डन रामपाल व होस्टल वार्डन कर्म सिंह व कबड्डी कोच ने उसके बेटे को बेरहमी से पीटा जिस कारण उसके बेटे की रीढ की हड्डी में और कई जगहों पर चोट आई। बताया कि हॉस्टल का वार्डन रामपाल जो कि उनका परिचित भी है के कहने पर ही उसने अपने बेटे लक्ष्य का एडमिशन दस जमा एक में इसी अप्रैल महीने में तक्षशिला गुरुकुल में करवाया था और वो फोन पर रामपाल से ही अपने बेटे का हाल-चाल पूछ लेती थी। मां का आरोप है कि उसके बेटे को केवल इसलिए बेरहमी से पीटा गया क्यों कि वो अपने दोस्त को लड़ाई करने से रोका था। 

आरोप लगाया कि रामपाल ने उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी तक नहीं दी। 26 मई को जब उसके फोन पर मैसेज आया कि बच्चों की छुट्टियां हो रही है अपने बच्चे को ले जाओ। घर आने के बाद उसके बेटे लक्ष्य ने उसे सारी आपबीती सुनाई। बच्चे की मां का कहना था कि एक ओर तो सरकार ने स्कूलों व अन्य शिक्षण संस्थानों में बच्चों को मारने पर पाबंदी लगाई हुई है, दूसरी और इस गुरुकुल के स्टाफ ने उसके बेटे की बेरहमी से पिटाई की। पुलिस को दी अपनी शिकायत में महिला ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। 

केस दर्ज कर लिया

पूंडरी थाना प्रभारी धर्मपाल ने बताया कि पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद केस दर्ज कर लिया है। मामले में जांच की जा रही है। 

बच्चों के झगड़े का मामला

गुरुकुल तक्षशिला के प्राचार्य डॉ. संत कौशिक ने कहा कि ये बच्चों के आपसी झगड़े का मामला था। स्टाफ सदस्यों ने इसे रोकने के लिए बच्चों को धमकाया था। जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे है, उनका कोई आधार नहीं है।

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