फसलों की मंडी में हो रही बेकद्री
भारतीय किसान यूनियन की बैठक ब्लाक प्रधान रणधीर बरसाना की अध्यक्षता में हुई। इसमें भाकियू के प्रदेश महासचिव भूराराम पबनावा व युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने विशेष रूप से भाग लिया।
संवाद सहयोगी, पूंडरी : भारतीय किसान यूनियन की बैठक ब्लाक प्रधान रणधीर बरसाना की अध्यक्षता में हुई। इसमें भाकियू के प्रदेश महासचिव भूराराम पबनावा व युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने विशेष रूप से भाग लिया। पबनावा ने कहा कि एक तरफ तो सरकार मक्का, अरहर व दाल की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है, वहीं दूसरी ओर सूरजमुखी व सरसों की फसलों की मंडियों में बेकद्री हो रही है। सरकार ने पंचायती भूमि पर भी मक्का बीजने के फरमान जारी कर दिये है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि सूरजमुखी की 100 प्रतिशत खरीद की जाएगी, लेकिन 25 प्रतिशत खरीदने के बाद ही खरीद बंद कर दी गई। फिर किसान इस बात पर यकीन कैसे करें कि सरकार मक्का व अरहर को खरीद करेगी।
युवा प्रदेशाध्यक्ष कसाना ने कहा कि गन्ने का पिछला बकाया अभी तक शुगर मिलो में अटका पड़ा है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। कहा कि जब तक किसानों को गन्ने का बकाया नहीं मिलेगा तब तक वे न तो बिजली बिल भरेंगे और न ही बैंकों का कर्ज देंगे, जो भी अधिकारी किसानों को तंग करेगा भाकियू उसे गांवों में घुसने नहीं देगी तथा उन्हें बंधक बनाएगी।
सरकार ने किसान आंदोलनों के दौरान किसानों पर जो मुकदमे दर्ज किए है उसे तुरंत प्रभाव से रद किया जाये। जब तक किसानों को कर्ज मुक्त नहीं किया जाता और स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की जाती तब तक भाकियू चैन से नहीं बैठेगी। इसमें राजकुमार शर्मा, प्रताप सिंह हाबड़ी, चमेल सिंह, पिरथी कौल, विनोद शर्मा, धर्मा कौल, दलीप कौल, कृष्ण शर्मा बरसाना, रामदिया, भान सिंह पबनावा, जयकिशन शर्मा, रामपाल मूंदड़ी, राजेश पूंडरी, सुरेश मुन्नारेहड़ी मौजूद थे।
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