पीटीआइ अध्यापकों के सामने पैदा हुआ रोजी-रोटी का संकट

हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति की ओर से नौकरी बहाली की मांग पर लघु सचिवालय में दिया गया धरना और क्रमिक अनशन 26वें दिन भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 09:44 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 09:44 AM (IST)
पीटीआइ अध्यापकों के सामने पैदा  हुआ रोजी-रोटी का संकट
पीटीआइ अध्यापकों के सामने पैदा हुआ रोजी-रोटी का संकट

जागरण संवाददाता, कैथल : हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति की ओर से नौकरी बहाली की मांग पर लघु सचिवालय में दिया गया धरना और क्रमिक अनशन 26वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता सतपाल शर्मा और मंच संचालन दिलबाग अंटाल ने किया। राजीव सैनी, शीशपाल शर्मा, कंचन शर्मा, सुरेंद्र रोहेड़ा, एसएफआइ सदस्य सौम्या क्रमिक अनशन पर बैठी। शुक्रवार को हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, एसएफआइ ने समर्थन दिया। एसएफआइ के जिला सचिव गोलू बात्ता ने कहा कि पीटीआइ शिक्षकों को नौकरी से निकालना सरकार की बदनीयत नीति को दर्शाता है। एक तरफ कोरोना महामारी के समय पूरे देश में रोजगार का भारी संकट पैदा हो गया है, वहीं दूसरी तरफ सरकार ने नौकरी पर लगे हुए कर्मचारियों को हटाया है। इन कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।

उन्होंने कहा कि एसएफआइ और डीवाइएफआइ शुरू से पीटीआइ शिक्षकों के आंदोलन के साथ है। जनहित में सभी पीटीआइ शिक्षकों की सेवाएं बहाल करनी चाहिए। इस मौके पर सतबीर गोयत, रामपाल शर्मा, ओमपाल भाल, रामपाल शर्मा, शकुंतला, जयप्रकाश शास्त्री, बलवान कुंडू, जगजीत फौजी, अंजू, गजे सिंह पूर्व सरपंच देवबन, एसएफआइ के राज्य उपाध्यक्ष मंजीत सिंह, सदस्य पूर्णिमा, अजय बहादुर, प्रवीन रोहेड़ा मौजूद रहे।

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