अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फार्मासिस्ट आज खत्म हो सकता दवाई का स्टॉक

मानदेय बढ़ाने और पदों पर नियुक्ति करने की मांग पर फार्मासिस्टों ने तीन दिनों की आंशिक हड़ताल के बाद बृहस्पतिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। इसके चलते अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों का चेकअप तो हो गया लेकिन उन्हें पूरी दवाइयां नहीं मिल पाई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Aug 2019 08:43 AM (IST) Updated:Fri, 30 Aug 2019 08:43 AM (IST)
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फार्मासिस्ट आज खत्म हो सकता दवाई का स्टॉक
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फार्मासिस्ट आज खत्म हो सकता दवाई का स्टॉक

जागरण संवाददाता, कैथल :

मानदेय बढ़ाने और पदों पर नियुक्ति करने की मांग पर फार्मासिस्टों ने तीन दिनों की आंशिक हड़ताल के बाद बृहस्पतिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। इसके चलते अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों का चेकअप तो हो गया, लेकिन उन्हें पूरी दवाइयां नहीं मिल पाई। वहीं शुक्रवार को किसी भी समय अस्पताल में दवाइयां खत्म हो सकती है। अस्पताल में दवाई लेने के लिए पहुंच रहे मरीजों को जो दवाई मिली, उसके लिए भी उन्हें दो से ढाई घंटो का इंतजार करना पड़ा, ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में फार्मेसी काउंटर पर ताला लगा रहा। फार्मासिस्टों ने एसोसिएशन ऑफ गवर्नमेंट फार्मासिस्ट के बैनर तले सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। हड़ताल होने से अस्पताल में दवाई लेने आ रहे मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

फार्मासिस्टों ने सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले तीस वर्षाें में फार्मासिस्टों ने पहली बार हड़ताल की है। अस्पताल में भिन्न भिन्न शाखाओं में तो ग्रेड पे बढ़ा दिया, लेकिन फार्मासिस्टों की ग्रेड पर उतनी ही है, जितनी तीस वर्षाें पहले थी।

दो घंटे से नहीं मिली दवाई :

चंदाना गेट निवासी सोनिया देवी ने बताया कि वह सुबह दस बजे जिला अस्पताल में बुखार की दवाई लेने के लिए आई थी। एक घंटा तो चेकअप करने में लगा तो वहीं तीन घंटे दवाई लेने के लिए लंबी लाइन में लगी रही। दो बजे के बाद ही दवाई मिल पाई। जिस कारण काफी परेशानी झेलनी पड़ी।

दो घंटे बाद भी नहीं मिली दवाई

गांव बरटा से पहुंची बुजुर्ग महिला अंगूरी देवी ने कहा कि वह 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित गांव बरटा से आई। यहां पर वह सुबह 12 बजे फार्मेसी कांउटर पर आई थी। लाइन में लगे हुए दो घंटे बीत गए, लेकिन उसे दवाई नहीं मिल पाई। काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। यदि दवाई मिल जाती तो काफी राहत मिलती। कांउटर पर केवल चार कर्मचारी ही दवाई दे रहे हैं।

धरने पर डटे रहे फार्मासिस्ट :

जिला के सभी फार्मासिस्टों ने रोष स्वरूप जिला अस्पताल के मुख्य गेट के बाहर धरना दिया। इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान कुलदीप सिंह चीमा ने की। जिला प्रधान ने बताया कि पूरे राज्य में फार्मासिस्ट हड़ताल पर हैं तथा अपने मान सम्मान की लड़ाई लड़ रहा है व सरकार अपने अड़ियल रवैया के कारण 4600 ग्रेड पे की मांग पूरी नहीं कर रही हैं। सरकार ने फार्मासिस्ट को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर किया है। इस मौके पर वरिष्ठ राज्य प्रधान बलजीत सिंह, सुनीता शर्मा राज्य महासचिव, ईश्वर सिंह, कृष्ण कुमार, रंजना, राजेश, सतीश, योगेश, विरेंद्र गुप्ता, कृष्ण करना, प्रवीण बाला, संजीव सचदेवा, सुभाष बल्ला, सुशील व जोगिदर, जगबीर, सुरेंद्र मुंजाल मौजूद थे।

दवाईयों के प्रबंध किए गए हैं

सीएमओ डॉ. सुरेंद्र नैन ने बताया कि दवाईयों के लिए सभी अस्पतालों में उचित प्रबंध किए गए है। इसके लिए दूसरे कर्मचारी लगाए गए हैं। मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। --------------

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