दिल्ली सरकार में कैथल की भागीदारी

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की टिकट पर रिठाला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे आम आदमी पार्टी के नेता महेंद्र गोयल ने करीब 14 हजार वोटों से जीत दर्ज की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 09:35 AM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 09:35 AM (IST)
दिल्ली सरकार में कैथल की भागीदारी
दिल्ली सरकार में कैथल की भागीदारी

पंकज आत्रेय, कैथल : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की टिकट पर रिठाला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे आम आदमी पार्टी के नेता महेंद्र गोयल ने करीब 14 हजार वोटों से जीत दर्ज की। गोयल दोबारा इस सीट से विधायक बने हैं। उनके विधायक बनने पर कैथल के शहरवासियों ने भी खुशी जाहिर की है। वजह साफ है। महेंद्र गोयल मूलरूप से कैथल के रहने वाले हैं और उनका पैतृक गांव सौंगरी है। मंगलवार को केजरीवाल की हैट्रिक वाली सरकार में महेंद्र गोयल भी दूसरी बार विधायक बने हैं।

उनके संघर्ष के दिनों के साथी रहे सुभाष गोयल बताते हैं कि महेंद्र के पिता रतिराम टेलरिग का काम करते थे। वे गांव से आकर यहां मॉडल टाउन में रहा करते थे। एक समय था जब उनके घर में रोटी तक के लाले पड़ गए थे। ऐसे वक्त में भी उन्होंने जरूरतमंदों और गरीबों की सेवा करना नहीं छोड़ा।

1983 में शहर में हिदू सेवा समिति का गठन हुआ, जिसके अध्यक्ष सुभाष गोयल थे और महेंद्र गोयल सदस्य रहे। वे अस्पताल में सालों तक जरूरतमंदों को दूध और ब्रेड वितरित किया करते थे।

1996 में चले गए थे दिल्ली

महेंद्र गोयल प्रॉपर्टी का कारोबार करते थे। सुभाष गोयल कहते हैं कि तीन-चार तक दोनों ने साथ में काम किया। 1996 में महेंद्र गोयल दिल्ली चले गए और कुछ समय बाद परिवार को भी साथ ले गए। संघर्ष के दिनों में उन्होंने यहां राशन डिपो भी चलाया।

कैथल में आज भी सक्रीय

महेंद्र गोयल कैथल में होने वाले सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों में आज भी सक्रीय भागीदारी निभाते हैं। श्रीग्यारह रुद्री मंदिर का कार्यक्रम हो या महाराजा अग्रसेन जयंती जैसे आयोजन वे यहां की संस्थाओं के बुलावे पर आते रहते हैं। शहर से भी लोग उनके चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली जाते हैं।

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