छापेमारी में क्लीनिक से मिला नशीली दवाइयों का जखीरा

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव कांगथली में दोपहर को डॉ. उद्यम ¨सह क्लीनिक पर छापेमारी की। इस दौरान क्लीनिक से भारी मात्रा में नशीली दवाइयों और सरकारी सप्लाई का जखीरा बरामद हुआ। नॉट फॉर सेल लिखी सरकारी सप्लाई देख छापेमारी कर रही टीम के सदस्य हैरान रह गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Aug 2018 11:25 PM (IST) Updated:Thu, 16 Aug 2018 11:25 PM (IST)
छापेमारी में क्लीनिक से मिला  नशीली दवाइयों का जखीरा
छापेमारी में क्लीनिक से मिला नशीली दवाइयों का जखीरा

संवाद सहयोगी, सीवन : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव कांगथली में दोपहर को डॉ. उद्यम ¨सह क्लीनिक पर छापेमारी की। इस दौरान क्लीनिक से भारी मात्रा में नशीली दवाइयों और सरकारी सप्लाई का जखीरा बरामद हुआ। नॉट फॉर सेल लिखी सरकारी सप्लाई देख छापेमारी कर रही टीम के सदस्य हैरान रह गए।

टीम ने रिकार्ड खंगालने के साथ ही बरामद दवाओं की लि¨स्टग शुरू कर दी थी। दवाइयां इतनी अधिक हैं कि लि¨स्टग का कार्य देर रात तक चलेगा। सरकारी दवाइयां जिन पर नॉट फॉर सेल लिखा हुआ कि पेटियां देख अधिकारियों की टीम के होश उड़ गए।

टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. गौरव पूनिया ने बताया कि कैथल सिविल सर्जन को शिकायत मिली थी कि क्लीनिक की आड़ में धड़ल्ले से नशीली दवाइयां बेचकर मालिक मोटी कमाई कर रहा है। उसके बाद सिविल सर्जन ने टीम गठित की और पुलिस टीम को भी साथ लिया। इतनी मात्रा में सरकारी सप्लाई मिलने पर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पता लगाया जा रहा है कि इसमें कौन-कौन शामिल है।

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दवा घोटाला का हो

सकता है खुलासा

निजी क्लीनिक पर भारी मात्रा में सरकारी दवाइयां मिलने के पीछे पूरे गिरोह की आशंका जताई जा रही है। मामले की गहराई से जांच की जाए तो एक बड़ा दवा घोटाला सामने आ सकता है। सरकारी दवाइयों की सप्लाई में निजी क्लीनिक तक पहुंचाने में सरकारी डॉक्टर और फार्मासिस्ट का हाथ होने की भी आशंका जताई जा रही है।

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ये सदस्य थे टीम में शामिल

गठित की गई टीम में डीपीएम डॉ. गौरव पूनिया, डॉ. नरेंद्र राजराणा, डॉ. प्रवीण चौधरी के साथ सीवन थाना एएसआइ रमेश कुमार शामिल थे।

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