गांव बात्ता व कैलरम में किया गया फसल कटाई प्रयोग

कृषि विभाग के डीडीए डॉ. पवन शर्मा के दिशा निर्देशानुसार व खंड कृषि अधिकारी डॉ. रामेशवर श्योकंद के मार्गदर्शन में असिस्टेंट टेक्नोलॉजी मैनेजर डॉ. रमेश समध्यान ने अपनी टीम व कंपनी सक्वेयर के साथ उपमंडल के गांव बाता व कैलरम में धन की फसल की औसत पैदावार जांचने के लिए फसल कटाई प्रयोग किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Oct 2019 09:47 AM (IST) Updated:Fri, 25 Oct 2019 09:47 AM (IST)
गांव बात्ता व कैलरम में किया गया फसल कटाई प्रयोग
गांव बात्ता व कैलरम में किया गया फसल कटाई प्रयोग

संवाद सहयोगी, कलायत: कृषि विभाग के डीडीए डॉ. पवन शर्मा के दिशा निर्देशानुसार व खंड कृषि अधिकारी डॉ. रामेशवर श्योकंद के मार्गदर्शन में असिस्टेंट टेक्नोलॉजी मैनेजर डॉ. रमेश समध्यान ने अपनी टीम व कंपनी सक्वेयर के साथ उपमंडल के गांव बाता व कैलरम में धन की फसल की औसत पैदावार जांचने के लिए फसल कटाई प्रयोग किया। डॉ.रमेश समध्यान ने बताया कि फसल कटाई प्रयोग करके ही औसत पैदावार का आंकलन किया जाता है। जिसमे रैंडम नंबरों के हिसाब से खेत का चुनाव करके खेत की लंबाई व चौड़ाई माप कर 5 बाई 5 मीटर का प्लाट बनाया जाता है और फिर उस प्लाट की कटाई करके उसकी पैदावार का वजन किया जाता है जिससे औसत पैदावार आंकलन होता है। डॉ. रमेश समध्यान ने बताया कि धन की फसल की तरह ही कपास ओर बाजरे की फसल की औसत पैदावार का आंकलन किया जाता है मौजूदा किसानों से फसल के अवशेष न जलाने का आह्वान किया गया और उन फसल अवशेषों को मिट्टी में दबाकर जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर अजमेर सिंह, श्याम लाल, कर्मबीर, यशपाल कुंडू व सुखविदर मौजूद रहे ।

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