महाराजा अग्रसेन जयंती पर मरीजों को मिली इलाज की निश्शुल्क सुविधा

जींद रोड स्थित महाराजा अग्रसेन चेरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल में वीरवार को महाराजा अग्रसेन जयंती मनाई गई। संस्थान की तरफ से जयंती पर अस्पताल पहुंचे लोगों को इलाज की निश्शुल्क सुविधा प्रदान की। संस्थान के प्रधान सुभाष गोयल ने बताया कि महाराजा अग्रसेन जयंती को अस्पताल के चिकित्सकों व स्टाफ के साथ मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 08:42 AM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 02:51 PM (IST)
महाराजा अग्रसेन जयंती पर मरीजों को मिली इलाज की निश्शुल्क सुविधा
महाराजा अग्रसेन जयंती पर मरीजों को मिली इलाज की निश्शुल्क सुविधा

जागरण संवाददाता, कैथल : जींद रोड स्थित महाराजा अग्रसेन चेरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल में वीरवार को महाराजा अग्रसेन जयंती मनाई गई। संस्थान की तरफ से जयंती पर अस्पताल पहुंचे लोगों को इलाज की निश्शुल्क सुविधा प्रदान की। संस्थान के प्रधान सुभाष गोयल ने बताया कि महाराजा अग्रसेन जयंती को अस्पताल के चिकित्सकों व स्टाफ के साथ मनाया गया। अस्पताल में इलाज के लिए आए लोगों को निश्शुल्क इलाज की सुविधा दी गई। कार्यक्रम में प्रसाद का वितरण किया गया। गोयल ने बताया कि वर्ष 1998 में अस्पताल की शुरूआत की गई थी, बहुत कम खर्च पर यहां लोगों को इलाज मिल रहा है। संस्थान की तरफ से हर वर्ष महाराजा अग्रसेन जयंती मनाई जाती है। लोगों को महाराजा अग्रसेन द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल कर समाज हित के लिए कार्य करना चाहिए। इस मौके पर संस्था के पदाधिकारी रमेश जैन, राजेश गर्ग, लाला रतिराम, त्रिलोकी नाथ गोयल, सुशील जैन, अनिल जिदल मौजूद रहे।

महाराजा अग्रसेन के आदर्शो को अपनाने के विषय पर अग्रवाल समाज ने की बैठक

जागरण संवाददाता, कैथल : अग्रवाल समाज के लोगों की बैठक गोपाल दास पाली की अध्यक्षता में हुई। समाज की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया। गोपाल दास ने कहा कि कुरुक्षेत्र की विभिन्न अग्रवाल संस्थाओं द्वारा गठित अग्रोधाम रक्षा समिति की ओर से तरसेम ने बताया कि महाराजा अग्रसेन द्वारा बसाया गया नगर अग्रोहा जो कि उनकी राजधानी थी। आज संकट में है। कुछ लोग अग्रोहा धाम की प्रतिष्ठा और मर्यादा को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। यही वो अग्रोहा की पवित्र भूमि है। जहां महाराजा अग्रसेन ने 18 यज्ञ करके 18 गोत्रों का निर्माण किया। एक रुपया व ईट का सिद्धांत देकर जरूरतमंद व गरीब लोगों को सहारा दिया। वह पवित्र जगह है। पिछले 400 वर्षो के प्रयास से 45 साल की मेहनत अग्रोहा धाम का निर्माण किया गया है। हमारी आस्था का प्रमुख केंद्र है। कुछ लोग इसके सामने धाम बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे समाज किसी कीमत पर सहन नहीं करेगा।

इस मौके पर सुरेश गर्ग नौच, मनोज बंसल, भूपेश अग्रवाल, रोहन मित्तल, अशोक, रामकुमार बंसल, राजीव, अशोक प्रवीण चौधरी, धर्मबीर, अश्ववनी व मनीष मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी