राज्यपाल जिले के पांच शिक्षकों को करेंगे सम्मानित

आज शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है जिले के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा की प्रदेश के 39 में से 5 कैथल के शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक अवार्ड मिलेगा। हरियाणा राजभवन में राज्यपाल सयदेव आर्य शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान देने वाले शिक्षकों सम्मानित करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Sep 2019 09:58 AM (IST) Updated:Fri, 06 Sep 2019 06:54 AM (IST)
राज्यपाल जिले के पांच शिक्षकों को करेंगे सम्मानित
राज्यपाल जिले के पांच शिक्षकों को करेंगे सम्मानित

कमल बहल, कैथल : आज शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है, जिले के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा की प्रदेश के 39 में से 5 कैथल के शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक अवार्ड मिलेगा। हरियाणा राजभवन में राज्यपाल सयदेव आर्य शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान देने वाले शिक्षकों

सम्मानित करेंगे। जैसे ही सम्मानित होने वाले शिक्षकों का नाम लिस्ट में आया तो बधाई देने वालों का तांता लग गया। परिवार के लोगों ने मिठाई खिलाते हुए शिक्षकों को बधाई दी। आज सम्मानित होने वालों में हिदी प्राध्यापक मामला राम, सुरेश राणा, गणित अध्यापक राजेंद्र शर्मा, जेबीटी अध्यापक डॉ. कविता शर्मा व हेड टीचर राजकुमार शामिल है।

पिता के आशीर्वाद से बना शिक्षक, अवार्ड उन्हें समर्पित

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल सौंगल में कार्यरत हिदी प्राध्यापक मामला राम विद्यार्थियों के स्तर को जांचकर उन्हें पढ़ाते हैं, वह ही उनकी खूबी रही है। बताया कि छह साल की उम्र में उनकी माता का देहांत हो गया था, उस समय वे स्कूल नहीं जाते थे, उनके किसान पिता ने उन्हें पढ़ाया, उनका सपना उन्हें अध्यापक बनाना था, उनके अध्यापक बनने के बाद उनके पिता का सपना भी साकार हुआ है। उन्होंने बताया कि उनकी नौकरी को 19 वर्ष हो गए हैं। उन्होंने वर्ष 2000 में एक जेबीटी अध्यापक से नौकरी शुरू की थी। जिसके बाद अब वह 19 वर्ष के बाद हिदी प्राध्यापक हैं। बताया कि वह प्राध्यापक के साथ वह पिछले पांच वर्षाें से एनएसएस अधिकारी के रूप में भी कार्यरत हैं।

नवाचार प्रयोग से नए-नए तरीकों से पढ़ाते : राणा

हिदी प्राध्यापक सुरेश राणा ने बताया कि वे पिछले 22 वर्षाें से शिक्षा विभाग में प्राध्यापक पद पर सेवाएं दे रहे है। वह वर्तमान में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कमालपुर में कार्यरत हैं उन्होंनें बताया कि राज्य पुरस्कार के लिए चयन होने पर उन्हें काफी गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने बताया कि वह विद्यार्थियों को नवाचार प्रयोगों के माध्यम से नए नए तरीकों से हिदी पढ़ाते हैं। कहा कि अब लोगों को सरकारी स्कूलों के प्रति अपनी सोच बदलनी चाहिए। क्योंकि सरकारी स्कूल वर्तमान में काफी आगे बढ़ चुके हैं।

विद्यार्थियों की विषय में रहे पकड़, इसलिए दो घंटे देते अतिरिक्त शिक्षा :

गांव दुमाड़ा के राजकीय माध्यमिक स्कूल में कार्यरत गणित अध्यापक राजेंद्र शर्मा ने बताया कि वह पिछले 24 वर्षाें से बतौर गणित अध्यापक कार्यरत हैं। शर्मा ने बताया कि उनका गणित विषय विद्यार्थियों को काफी मुश्किल लगता है। इसी को लेकर वे सुबह स्कूल लगने से पहले एक घंटा व स्कूल की छुट्टी होने के एक घंटे तक विद्यार्थियों को गणित विषय पढ़ाते हैं। यदि किसी विद्यार्थी को गणित के प्रश्नों में परेशानी आती है तो विद्यार्थी बेझिझक उनसे सवालों का जवाब पूछते हैं। उन्होंने बताया कि वह सहायक सामग्री के माध्यम से विद्यार्थियों पढ़ाते है, यदि कोई विद्यार्थी अच्छे अंक प्राप्त करता है तो उसे नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है। शर्मा ने बताया कि पिता भी संस्कृत विषय के अध्यापक रहे हैं, जो अब रिटायर्ड हो चुके हैं। उनकी प्रेरणा से वे आज इस क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं। इस अवार्ड के लिए चयन होने पर वे बहुत खुश है।

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