धान के बचे अवशेषों में आग लगाने पर जिला प्रशासन का रवैया सख्त

धान के बचे अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जिला प्रशासन सख्त रवैया अपनाए हुए है। जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हए अब तक पिछले नौ दिनों में कुल 109 किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है जबकि चीका क्षेत्र में एक किसान को गुहला थाना पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Nov 2019 07:40 AM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 07:40 AM (IST)
धान के बचे अवशेषों में आग लगाने पर जिला प्रशासन का रवैया सख्त
धान के बचे अवशेषों में आग लगाने पर जिला प्रशासन का रवैया सख्त

जागरण संवाददाता, कैथल : धान के बचे अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जिला प्रशासन सख्त रवैया अपनाए हुए है। जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हए अब तक पिछले नौ दिनों में कुल 109 किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है, जबकि चीका क्षेत्र में एक किसान को गुहला थाना पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। जिला प्रशासन की टीम रोजाना गांव का दौरा करते हुए आग लगाने वाले किसानों पर शिकंजा कस रही हैं। इस दौरान स्वयं अधिकारी आग लगे हुए खेतों में पहुंचकर फायर ब्रिगेड के माध्यम से आग बुझवाते है। प्रशासन की सख्ती इस कदर जारी है कि डीसी के आदेशों पर तहसीलदार से लेकर पटवारी और एसडीएम तक खेतों में जाकर पराली जलाने के मामलों की जांच कर रहे है। जिला में सबसे अधिक सीवन व गुहला चीका क्षेत्र में पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। दोनों की क्षेत्रों के किसानों पर कार्रवाई करते हुए कृषि विभाग की ओर से दूसरे दिन भी किसानों के खिलाफ अब तक 109 एफआईआर दर्ज कर ली गई है। गौरतलब है कि जिला में अब तक 1300 से अधिक खेतों को सैटेलाइट के माध्यम से चिन्हित किया गया था। जिसमें से 900 खेतों में पराली जलने का मामला सामने आया।

chat bot
आपका साथी