करोड़ों रुपए के बजट के बाद भी विकास कार्य ठप

संवाद सहयोगी, कलायत: नगरपालिका प्रशासन के पास विकास का सुदृढ़ रोड मैप न होने के कारण

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 May 2017 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 16 May 2017 11:30 PM (IST)
करोड़ों रुपए के बजट के  बाद भी विकास कार्य ठप
करोड़ों रुपए के बजट के बाद भी विकास कार्य ठप

संवाद सहयोगी, कलायत: नगरपालिका प्रशासन के पास विकास का सुदृढ़ रोड मैप न होने के कारण करोड़ों रुपए की योजनाएं खटाई में पड़ती जा रही है। सीएम द्वारा करोड़ों रुपए के विकास का तोहफा पालिका के रिकार्ड में सिमट कर रह गया है। इस स्थिति से लोगों में भारी रोष है। नगरवासियों का कहना है कि कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के दूसरे पहलु विकास परियोजनाओं पर भारी पड़ रहे है। मनमानी का खेल इस कदर जारी है कि पालिका अधिकारी मनमानी से वर्क आर्डर देते है और रोक देते है। पीड़ा इस बात की है कि टेंडर घोषित होने के बाद भी जमीनी स्तर पर कार्य शुरू नहीं हो पा रहा। जबकि कुछ निर्माण एजेंसी पालिका प्रशासन के वर्क आर्डर के बगैर इच्छा अनुसार कार्य कर रही है। इनकी निगरानी का कोई ¨वग आस-पास नजर नहीं आ रहा।

बताया जा रहा है कि विकास के नाम पर धांधली करने के लिए इस कार्य को रिकार्ड में बंद दिखाया जा रहा है जबकि हकीकत में रातो-रात गलियां बनाई जा रही है। इसके पीछे मंसूबे व्यक्तिगत हितों की पूर्ति कर बिल पास करवाना है। पार्षदों का एक ग्रुप सरकार को इस गोलमाल की शिकायत दे चुका है।

टैंडर प्रक्रिया पूरी होने पर

भी नहीं हो रहे काम

पालिका कार्यकारिणी द्वारा गलियों के निर्माण के लिए प्रस्ताव पारित करने और पालिका प्रशासन द्वारा टैंडर प्रक्रिया पूरी किए जाने के पश्चात भी परिणाम शून्य है। आखिर वह कौन से कारण है कि जिसके चलते सरकारी हिदायतों की धज्जियां सरेआम उड़ रही है। पालिका प्रशासन जनता को बताएं कि पालिका कोष में करोड़ों की राशि होने के बावजूद नगर विकास की रफ्तार क्यों थमी है? पूरे हालातों की शिकायत मुख्यमंत्री को भी कई बार भेजी जा चुकी है।

लापरवाही नहीं होगी सहन:

एसडीएम ओमप्रकाश देवराला ने कहा कि विकास को लेकर ठोस नीति तय की गई है। टेंडर के उपरांत भी पालिका द्वारा जमीनी स्तर पर कार्य क्यों नहीं किया जा रहा? इसकी रिपोर्ट संबंधित विभाग से मांगी गई है। विकास एजेंडे में किसी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।

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