5 हजार का इनामी आरोपित 19 साल बाद गिरफ्तार

30 जुलाई 2001 को थाना सदर पुलिस ने फ्रांसवाला बस स्टैंड पर पेट्रोल पंप लूटने की योजना बना रहे उत्तर प्रदेश निवासी तीन आरोपितों को 315 बोर के अवैध पिस्तौल 6 जिदा कारतूस और एक गंडासी सहित गिरफ्तार किया था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 09:20 AM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 09:20 AM (IST)
5 हजार का इनामी आरोपित  19 साल बाद गिरफ्तार
5 हजार का इनामी आरोपित 19 साल बाद गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, कैथल : 30 जुलाई 2001 को थाना सदर पुलिस ने फ्रांसवाला बस स्टैंड पर पेट्रोल पंप लूटने की योजना बना रहे उत्तर प्रदेश निवासी तीन आरोपितों को 315 बोर के अवैध पिस्तौल, 6 जिदा कारतूस और एक गंडासी सहित गिरफ्तार किया था। अंधेरे का फायदा उठाकर एक आरोपित फरार हो गया था, जिसे पुलिस ने अब 19 साल बाद गिरफ्तार किया है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने वर्ष 2017 में पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। आरोपित के तीन साथियों को अदालत द्वारा 17 वर्ष पूर्व सजा दी जा चुकी है।

एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि चौकी क्योड़क प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक राजबीर सिंह को सूचना मिली कि गांव पाई स्थित पेट्रोल पंप के पीछे भैंसों की खरीद-बेच का धंधा करने वाले उत्तर प्रदेश निवासी कुछ व्यक्ति ठहरे हुए हैं। उनके पास 19 वर्ष पुराने मामले में फरार मोस्टवांटेड अपराधी दिलशाद कुरैसी निवासी कैराना जिला मुज्जफरनगर भी रह रहा है, जो भैंस खरीद बेच का धंधा करता है।

एसपी ने बताया पुलिस टीम ने जांच करते हुए आरोपित दिलशाद को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि 30 जुलाई 2001 में उस समय थाना सदर इंस्पेक्टर रामचंद्र की टीम ने पेट्रोल पंप लूटने की योजना बनाने के मामले में केस दर्ज किया था। पुलिस ने आरोपित पीरु बजांरा, अमरु बंजारा दोनों निवासी बनत थाना शामली और रहीशु बंजारा निवासी मंडई जिला मेरठ उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया था।

तीनों आरोपितों को अदालत ने 5 अक्टूबर 2002 को 4-4 वर्ष की सजा व एक-एक हजार रुपये जुर्माना लगाया था। वहीं दूसरी धारा में तीन-तीन वर्ष की कैद व 700 रुपये जुर्माना की सजा सुनाई थी। इस मामले में आरोपित दिलशाद मौके से फरार हो गया था। अब आरोपित को गिरफ्तार किया है।

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