कर्मचारियों की हड़ताल का मिलाजुला रहा असर

जागरण संवाददाता, कैथल : निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का दूसरे दिन मिलाजुला असर रह

By Edited By: Publish:Thu, 30 Jun 2016 07:13 PM (IST) Updated:Thu, 30 Jun 2016 07:13 PM (IST)
कर्मचारियों की हड़ताल का मिलाजुला रहा असर

जागरण संवाददाता, कैथल : निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का दूसरे दिन मिलाजुला असर रहा। शहरों में जहां बिजली सप्लाई निर्बाध रूप से जारी रही, वहीं कई गांवों में रात को बिजली गुल होने से लोगों के पसीने छूट गए। कहीं तीन-चार घंटे बाद सप्लाई बहाल हो गई तो कई जगह ग्रामीणों को सारी रात अंधेरे में काटनी पड़ी। रातभर बिजली को लेकर हाहाकार मचा रहा तो सुबह के समय भी बिजली आपूर्ति बहाल न होने के कारण पानी की सप्लाई बाधित हो गई। हालांकि कई गांवों व कालोनियों में बिजली आपूर्ति फुल रहने से लोगों की बल्ले-बल्ले रही।

वहीं, बृहस्पतिवार को बिल भरवाने सहित अन्य कार्यों को लेकर पहुंचे उपभोक्ता भी खाली हाथ ही लौटते नजर आए। अंतिम तिथि में बिल न भरने पर अब उन्हें जुर्माने के साथ बिल का भुगतान करना होगा।

बिजली कर्मचारियों को कोसा

कर्मचारियों की हड़ताल के चलते शहर में कई कालोनियों व गांवों में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बिजली न होने से लोग गर्मी व उमस में ही रात काटने पर विवश रहे। वहीं दिन में भी बिजली के लंबे-लंबे कट लगने से खासी दिक्कतें आई। संदीप कुमार, संजीव व कुलवंत ने बताया कि दिन में कई घंटों तक बिजली सप्लाई नहीं हो पाई। इस कारण पीने के पानी सहित अन्य कार्यों को लेकर परेशानियां आई। रोहेड़ियां के किसान बलजीत व रामफल ने बताया कि खेतों में इस समय धान की रोपाई चल रही है। कई घंटों तक बिजली न आने से धान की रोपाई नहीं हो पाई। इसी प्रकार फरल गांव में भी बिजली आपूर्ति कई घंटों तक बंद रही। ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

हड़ताल पर कर्मचारी,

कार्यालयों में पुलिस

बिजली निगम के कर्मचारी हड़ताल पर रहे तो कार्यालयों में पुलिस कर्मचारी ड्यूटी पर नजर आए। कामकाज के लिए पहुंचे लोग पुलिस को देख एक बार तो इस सोच में पड़ गए कि कहीं वे पुलिस थाने में तो नहीं आ गए। इसके बाद वे बिना कामकाज ही कार्यालयों से वापस लौट गए। बिजली निगम कार्यालयों में एक तरह से सन्नाटा सा पसरा रहा।

बिल भरने के लिए लाइनों

में लगे रहे उपभोक्ता

राजीव गांधी विद्युत निगम में बिल जमा करवाने के लिए उपभोक्ता तो सुबह से ही लाइनों में लगे नजर आए, लेकिन बिल जमा करने के लिए कोई कर्मचारी नहीं आया। कई घंटों तक लोग लाइन में लगकर कर्मचारी के आने का इंतजार करते दिखाई दिए क्योंकि आज बिल जमा करवाने की अंतिम तिथि थी। लेकिन किसी कर्मचारी के न आने के कारण बिल जमा नहीं हो सका। अब उपभोक्ताओं को जुर्माना राशि के साथ बिल भरना होगा। उपभोक्ताओं ने कहा कि कर्मचारी अपने फायदे के लिए हड़ताल कर लोगों को परेशान कर रहे हैं।

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