तीन कृषि कानून लागू होने से किसानों के लिए सात दरवाजे हो जाएंगे बंद: योगेंद्र यादव

बदोवाल टोल प्लाजा पर चल रहा धरना 19वें दिन में प्रवेश कर गया। धरने में गांव पीपलथा रेवर पदार्थखेड़ा हंसडेहर डिडोली धनौरी सच्चाखेड़ा व भीखेवाला के किसान शामिल हुए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 07:20 AM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 07:20 AM (IST)
तीन कृषि कानून लागू होने से किसानों के लिए सात दरवाजे हो जाएंगे बंद: योगेंद्र यादव
तीन कृषि कानून लागू होने से किसानों के लिए सात दरवाजे हो जाएंगे बंद: योगेंद्र यादव

संवाद सूत्र, नरवाना : बदोवाल टोल प्लाजा पर चल रहा धरना 19वें दिन में प्रवेश कर गया। धरने में गांव पीपलथा, रेवर, पदार्थखेड़ा, हंसडेहर, डिडोली, धनौरी, सच्चाखेड़ा व भीखेवाला के किसान शामिल हुए। वहीं संयुक्त किसान संघर्ष समन्वय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव किसानों के बीच धरने पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि टोल प्लाजा खोलने का मतलब यह है किसानों ने कंपनी से आजादी पा ली है। किसान आंदोलन बुखार की तरह फैल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोचा था कि चोर दरवाजे से कृषि कानून लाये जायेंगे, जिसको समझते-समझते एक-दो साल लग जायेंगे। तीन कृषि कानून को पंजाब के किसानों ने समझ लिया था, जिसके बाद आंदोलन शुरू किया गया था। उन्होंने कहा किसानों का संघर्ष ऐतिहासिक है। क्योंकि 1988 में चौ. महेंद्र टिकैत किसानों को दिल्ली लेकर गये थे। उन्होंने पहले ऐसी लड़ाई नहीं देखी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे तीन कानून लेकर नहीं आये हैं, बल्कि किसानों को झिझोड़ने का काम सोचा था, लेकिन इससे किसान एक मुट्ठी में आ गये हैं। करनाल के कैमला गांव में मुख्यमंत्री किसानों को चुनौती देने जा रहे थे। अगर वहां महापंचायत हो जाती तो कहा जाता कि किसान उनके साथ हैं और वैसे ही विपक्ष ड्रामा कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि वे घर के अंदर रहें, बाहर न निकलें। तीन कृषि कानून लागू होने से किसानों के लिए सात दरवाजे बंद हो जाएंगे। पहले तो मंडी खत्म हो जायेगी, क्योंकि सरकारी मंडी के पैरलल प्राइवेट मंडी चलाई जायेगी, जहां किसानों को आरंभ में सरकारी मंडी से ज्यादा रेट लगाया जायेगा, बाद में उसको कम दाम दिया जायेगा। वहीं कांट्रेक्ट मंडी से किसानों अपनी फसल नहीं बेच पायेगा। उन्होंने कहा कि मंडी में रेट कम दिये जायेंगे, मजदूर को ज्यादा रेट में गेहूं खरीदने में पड़ेगा। महिलाओं ने लंगर में संभाला मोर्चा

बदोवाल टोल प्लाजा पर आये दिन किसानों की भीड़ बढ़ती जा रही है। जिस कारण किसानों को लंगर छकने के लिए परेशानी होती है। किसानों को भोजन समय पर करवाने के लिए अब महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया है। जहां महिलायें रोटी सेंककर किसानों को खिला रही हैं। गांव पीपलथा से आई महिलाओं ने कहा कि किसान द्वारा उगाये गये अनाज से ही वे रोटी खा रही हैं, इसलिए उनका भी फर्ज है कि वे उनको रोटी पकाकर खिलायें, ताकि वे किसानों की आवाज को बुलंद कर सके।

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