पेगां पैक्स घोटाले में एफआइआर के आदेश, एक्सईएन चार्जशीट

जिला परिवेदना समिति की बैठक में श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक ने किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले पेगां पैक्स के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 09:00 AM (IST) Updated:Tue, 28 Jan 2020 09:00 AM (IST)
पेगां पैक्स घोटाले में एफआइआर के आदेश, एक्सईएन चार्जशीट
पेगां पैक्स घोटाले में एफआइआर के आदेश, एक्सईएन चार्जशीट

जागरण संवाददाता, जींद : जिला परिवेदना समिति की बैठक में श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक ने किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले पेगां पैक्स के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। मंत्री ने इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाने के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) भी गठित करने के आदेश दिए। वहीं, बिजली निगम के एक्सईएन के मीटिग में न आने पर उन्हें चार्जशीट करने के आदेश दिए। बैठक में कुल 11 शिकायतें रखी गईं, जिनमें से चार को अगली मीटिग के लिए पेंडिग रख लिया गया और सात का निपटारा कर दिया।

डीआरडीए के सभागार में हुई बैठक में संडील गांव के किसानों ने बताया कि पेगां पैक्स के कर्मचारियों ने किसानों के फर्जी कागज तैयार करके उनके नाम से खाद उठा ली। यही नहीं, एक फौजी के नाम से 28 हजार रुपये निकाल लिए। इंद्र सिंह नाम के किसान के नाम से 70 हजार रुपये निकाल लिए। पेगां पैक्स के तीन कर्मचारियों ने लिखित में यह मान लिया है कि उन्होंने गड़बड़ की है। इसके बावजूद इस घोटाले की जांच कर रहे सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समिति के अधिकारी इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। करीब 50 किसानों को नोटिस दिए गए हैं। कुछ किसानों को गलत नोटिस भी दे दिए। जांच टीम इस मामले में लीपापोती के प्रयास कर रही है। मंत्री को बताया गया कि नकदी के नाम पर 17.82 लाख और खाद के नाम पर 14.82 लाख रुपये का गबन किया गया है। मंत्री ने इस मामले में आरोपित कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि जांच में दोषी मिले कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे इस मामले का पूरा रिकॉर्ड तुरंत कब्जे में लें ताकि इस मामले की पूरी निष्पक्षता के साथ जांच करवाई जा सके। बैठक में जींद विधायक कृष्ण लाल मिढ़ा, नरवाना के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, जुलाना के विधायक अमरजीत ढांडा, डीसी डॉ. आदित्य दहिया, बीजेपी के जिला अध्यक्ष अमरपाल राणा, जेजेपी के जिला अध्यक्ष कृष्ण राठी, डीसी व एएसपी समेत समेत जिला परिवेदना समिति के सदस्य मौजूद रहे।

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--गैरहाजिर कर्मियों पर होगी कार्यवाही

गांव चांदपुर के किसान मियां सिंह की शिकायत थी कि पशुओं के बाड़े में बिजली के खंभे गड़े हुए हैं। उन्हें शिफ्ट किया जाए। इस मामले में एसडीओ ने बताया कि लाल डोरे के बाहर खंभा शिफ्ट करने के लिए खर्चा प्रार्थी को खुद भरना पड़ेगा। इस मामले में मंत्री ने एक्सईएन से जवाब मांगा तो एसडीओ ने बताया कि वे किसी जरूरी कार्य से बाहर हैं। इस पर मंत्री ने उन्हें चार्जशीट करने के निर्देश दिए और कहा कि अगली बैठक में अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

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--बीपीएल का दोबारा सर्वे करने के निर्देश

बराह कलां गांव के लोगों की शिकायत पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मंत्री ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि बीपीएल परिवारों का दोबारा से सर्वे करवाएं ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने से वंचित न रहे। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में राशन डिपो की सप्लाई निलम्बित कर दी है। गढ़ी गांव के ग्रामीणों द्वारा रखी गई समस्या के सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे गन्दे पानी की निकासी करवाने के लिए स्थाई समाधान करवाना सुनिश्चित करें। नंदगढ़ गांव के सरपंच द्वारा गन्दे पानी की निकासी व्यवस्था करवाने की मांग पर श्रम एवं रोजगार मंत्री ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को इस समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए एक पुलिया का निर्माण करने के निर्देश दिये। निडानी निवासी महाबीर की शिकायत पर मंत्री ने अधिकारियों को दोबारा मौका देखकर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। -----मुख्य बॉक्स स्क्रीन में----------

--कई बार उठी आवाज.. एकाध को सस्पेंड करो जी

मंत्री अनूप धानक जब समस्याएं सुन रहे थे कि परिवेदना समिति के सदस्यों व विधायकों ने कई बार यह कहा कि अफसर कुछ नहीं कर रहे हैं जी। एकाध को सस्पेंड करो। ऐसे बात नहीं बनेगी। इस पर कुछ अधिकारी तो मंद-मंद मुस्कुरा भी रहे थे। मंत्री के साथ बैठे जुलाना के विधायक अमरजीत ढांडा ने कहा कि बिजली निगम के अधिकारी तो सुन ही नहीं रहे हैं। विधायक मिढ़ा ने भी बिजली अधिकारियों पर कुछ काम न करने के आरोप जड़े। नरवाना के विधायक सुरजाखेड़ा ने भी अपने इलाके की समस्याओं पर जनता की तरफ से वकालत की। मंत्री ने कई बार अपना फैसला सुनाने से पहले साथ बैठे विधायकों व जेजेपी के जिला प्रधान कृष्ण राठी की भी सलाह ली।

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