करनाल में एक बार फिर हुई किसानों की जीत
किसानों के धरने के समर्थन में लघु सचिवालय पर बृहस्पतिवार से की जा रही 48 घंटे के लिए की जा रही क्रमिक भूख हड़ताल शनिवार को समाप्त कर दी गई।
संवाद सूत्र, नरवाना : करनाल में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के विरोध में दिए जा रहे किसानों के धरने के समर्थन में लघु सचिवालय पर बृहस्पतिवार से की जा रही 48 घंटे के लिए की जा रही क्रमिक भूख हड़ताल शनिवार को समाप्त कर दी गई। यह भूख हड़ताल संयुक्त किसान मोर्चा की सरकार के साथ समझौता होने पर समाप्त की गई। क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे गांव उझाना के किसान सुनील, काला तथा गुरदेव को बद्दोवाल टोल कमेटी के अगुवा व वरिष्ठ किसान नेता द्वारा उन्हें फल खिलाकर तुड़वाई गई। इससे पहले दो दिन क्रमिक भूख हड़ताल पर किसान विशाल मिर्धा, सुनील बदोवाल तथा सुरेश बैठे थे। उनका कहना था कि वे जब तक भूख हड़ताल करते रहेंगे, तब तक लाठीचार्ज में शहीद किसान सुशील काजल के परिजनों को न्याय नहीं मिल पाता। किसान नेता मास्टर बलबीर सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार जान-बूझकर एक साजिश के तहत किसानों को भड़काने का काम कर रही है।
किसान व जवान को लड़ाने का काम कर रही सरकार : बरसोला
संसू, उचाना : खटकड़ टोल पर चल रहे किसानों के धरने पर बारिश के बाद भी किसानों की भीड़ अच्छी-खासी रही। टोल धरना कमेटी कार्यकारिणी की बैठक प्रधान सतबीर बरसोला की अध्यक्षता में हुई। बरसोला ने कहा कि जजपा, भाजपा के नेता जानबूझ कर अपने कार्यक्रम कर रहे है। जब जींद जिले में फैसला लिया जा चुका है कि जब तक किसान आंदोलन चलेगा तब तक किसी भी तरह के कार्यक्रम में जजपा, भाजपा के मंत्री, विधायक, नेताओं के आने पर उनका विरोध किया जाएगा तो वो क्यों कार्यक्रमों में आ रहे है। उन्होंने कहा कि जींद में भाजपा विधायक महीपाल ढांडा आए। इसका पता चलने पर महिला, पुरूष, युवा किसान वहां पहुंचे। भाजपा, जजपा की सोच है कि जवान, किसान को लड़वाया जाए। किसान शांति पूर्वक तरीके से अपना आंदोलन जारी रखेंगे। कोई भी भाजपा, जजपा नेता जींद में आएगा तो उसका कड़ा विरोध करेंगे। इसलिए किसी तरह के कार्यक्रम वो जिले जींद में न करें। इस मौके पर बिजेंद्र सिधु, जयप्रकाश, पूनम रेढू, कविता गोयत, प्रियंका गोयत, शीला जुलानी, बलबीर बड़ौदा, अनीश खटकड़, भूपेंद्र जागलान, रामचंद्र फौजी मौजूद रहे।