बारदाना न मिलने से जुलाना मंडी में खराब हुआ हजारों हजार क्विंटल गेहूं, आढ़तियों में रोष

बारदाना न मिलने से अनाज मंडी में लगभग 50 हजार क्विंटल गेहूं खराब हो गया। मंडी में खुले में पड़ा गेहूं सड़ रहा है। गेहूं खराब होने से आढ़तियों में रोष बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 08:45 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 08:45 AM (IST)
बारदाना न मिलने से जुलाना मंडी में खराब हुआ हजारों हजार क्विंटल गेहूं, आढ़तियों में रोष
बारदाना न मिलने से जुलाना मंडी में खराब हुआ हजारों हजार क्विंटल गेहूं, आढ़तियों में रोष

संवाद सूत्र, जुलाना : बारदाना न मिलने से अनाज मंडी में लगभग 50 हजार क्विंटल गेहूं खराब हो गया। मंडी में खुले में पड़ा गेहूं सड़ रहा है। गेहूं खराब होने से आढ़तियों में रोष बना हुआ है। मंडी में अब तक नौ लाख 1274 क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। बारदाना नहीं मिलने के कारण उठान का काम नहीं हो पाया है। मंडी में अब भी दो लाख 35 हजार 48 क्विंटल गेहूं का उठान होना बाकी है। आढ़तियों ने आरोप लगाया कि मंडी में समय पर बारदाना नहीं देने के कारण उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हो गया है। इस नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा दिया जाए। वहीं दूसरी ओर जुलाना में किसानों की 72 घंटे में फसल की पेमेंट मिलने के दावे भी हवा हवाई साबित हो रहे हैं।

पौली गांव के किसान दशरथ ने बताया कि उसने 18 अप्रैल को गेहूं मंडी में डाला था। अभी तक उसे पेमेंट नहीं मिली है। वह आढ़ती के पास जाता है, तो लॉकडाउन का हवाला देकर उसे वापस लौटा दिया जाता है।

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मंडी में बारदाना नहीं मिलने के कारण आढ़तियों को लाखों रुपयों का नुकसान हो गया है। अभी भी मंडी में बारदाना नहीं पहुंच रहा है। सरकार के 72 घंटे में पेमेंट के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। किसान पेमेंट के लिए आढ़तियों के पास चक्कर काट रहे हैं। आढ़तियों की मांग है, खराब हुए गेहूं का मुआवजा दिया जाए।

राजपाल लाठर, जिला प्रधान आढ़ती एसोसिएशन जींद

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मंडी में बारदाना समय पर पहुंच गया था। पेमेंट भी किसानों की साथ के साथ खातों में डाली जा रही है। अगर किसी कारणवश पेमेंट नही जाती है, तो उसमें समय लग रहा है।

अमरदीप, मेनैजर वेयर हाउस जुलाना

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