डीसी साहब! झोलाछाप फैला रहे एड्स, टीबी और काला पीलिया, इन पर रोक लगाओ

डीसी साहब आप तो डॉक्टर हैं। जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार हो गई है। अब तो इनकी संख्या 400 के भी पार पहुंच चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 10:44 AM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 06:31 AM (IST)
डीसी साहब! झोलाछाप फैला रहे एड्स, टीबी और काला पीलिया, इन पर रोक लगाओ
डीसी साहब! झोलाछाप फैला रहे एड्स, टीबी और काला पीलिया, इन पर रोक लगाओ

जागरण संवाददाता, जींद : डीसी साहब, आप तो डॉक्टर हैं। जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार हो गई है। अब तो इनकी संख्या 400 के भी पार पहुंच चुकी है। ये डॉक्टर एक सुई का कई बार प्रयोग करते हैं, जिससे एड्स, काला पीलिया, टीबी जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं। इन पर रोक लगवाइए। शहर के कई संगठनों से जुड़े डॉक्टरों ने वीरवार को उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया से यह गुजारिश की। प्रदर्शन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, इंडियन डेंटल एसोसिएशन, प्राइवेट डेंटल सर्जन एसोसिएशन व अन्य संगठन शामिल रहे।

सीएमओ को ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे डॉक्टरों ने डीसी को ज्ञापन सौंपकर कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों के पास डॉक्टरी का कोई ज्ञान नहीं है। जो क्वालिफाइड डॉ. दवाइयां लिखते हैं, उनकी कॉपी करके दवाइयां लिखते हैं। इससे बहुत सारी बीमारियां बढ़ गई हैं। ऐसे मरीजों पर कोई दवाई असर नहीं करती हैं। प्राइवेट डेंटल सर्जन एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. विवेक सिगला ने बताया कि शहर व गांवों में छह सौ से ज्यादा झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं। बगैर किसी जांच के एक ही इंजेक्शन कई मरीजों को लगा देते हैं। जिससे कई तरह की बीमारियां फैल रही हैं। डॉक्टर बनने के लिए कम से कम पांच साल शिक्षा लेनी होती है। ये झोलाछाप किसी डॉक्टर के पास एक-दो साल काम करके खुद डॉक्टर बन गए। इस मामले में 20 मार्च को भी शिकायत दी थी, लेकिन उस पर अब तक कोई एक्शन नहीं हुआ। जुलाना में रेड हुई थी, जिसमें सिर्फ दो क्लीनिक पर गए और उससे कागज लेकर आ गए। उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ। इस दौरान डॉक्टरों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई जांच कमेटी पर भी कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए।

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