रैली की तैयारियों के बहाने उपचुनाव का मूड जानेंगे भाजपा नेता

कर्मपाल गिल, जींद जींद विधानसभा सीट पर संभावित उपचुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने तैयारिया

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 10:48 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 10:48 PM (IST)
रैली की तैयारियों के बहाने उपचुनाव का मूड जानेंगे भाजपा नेता
रैली की तैयारियों के बहाने उपचुनाव का मूड जानेंगे भाजपा नेता

कर्मपाल गिल, जींद

जींद विधानसभा सीट पर संभावित उपचुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सभी पार्टियों के आलाकमान को प्रत्याशी का चयन करने में परेशानी आ रही है। प्रदेश में भाजपा की सरकार है, इसलिए उसकी टिकट के लिए दावेदारों की लाइन लंबी होती जा रही है। पार्टी ने 6 अक्टूबर को जींद में रैली रखी है, इसलिए इन दावेदारों का दम रैली में भीड़ जुटाने पर देख जाएगा। रैली की तैयारियों और उपचुनाव के लिए पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का मूड जानने के लिए शुक्रवार को वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और प्रदेश संगठन मंत्री सुरेश भट्ट मैराथन मी¨टग लेंगे।

कैथल रोड पर पार्टी कार्यालय में सुबह 10 से 5 बजे तक चलने वाली जिला कार्यसमिति की मी¨टग में प्रदेश महामंत्री संजय भाटिया, प्रदेश प्रवक्ता वीरकुमार यादव, विधायक प्रेमलता, विधायक महीपाल ढांडा व जिला प्रभारी ओमप्रकाश अत्रे भी मौजूद रहेंगे। बैठक के शुरू में 6 अक्टूबर को जींद में होने वाली जींद व जुलाना हलके की संयुक्त रैली पर मंथन किया जाएगा। पार्टी इस रैली में भीड़ जुटाकर अगले उपचुनाव के लिए भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पूरी तरह गंभीर है। इसलिए यह मी¨टग सुबह 10 से 5 बजे तक चलेगी। बैठक में जिले के प्रत्येक नेता को गांव व शहर से भीड़ जुटाने का टारगेट दिया जाएगा। इस चुनाव में जाति फैक्टर बड़ा काम करने वाला है, इसलिए अलग-अलग कार्यकर्ताओं से यह राय भी ली जाएगी कि किस जाति का कौन नेता जीत हासिल कर सकता है। भाजपा 2014 में मोदी लहर में जींद की सीट पर कमल नहीं खिला सकी थी, इसलिए 2019 का सेमिफाइनल कहे जा रहे इस चुनाव में पार्टी पूरी तरह सोच-समझकर प्रत्याशी का चयन करेगी। इसलिए वित्त मंत्री व संगठन के अन्य नेता जिले के कार्यकर्ताओं से अलग-अलग मिलकर भी उनका मूड जानेंगे।

--इन नेताओं ने लगा रखा है जोर

भाजपा व संघ के पांच बड़े नेताओं ने टिकट हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। पिछला चुनाव 2257 वोटों से हारने वाले पूर्व सांसद सुरेंद्र ¨सह बरवाला ने प्रचार अभियान शुरू कर रखा है। वह गांवों में जाकर लोगों से समर्थन मांग रहे हैं। पूरे शहर में भी उनके होर्डिंग लग गए हैं। उनके समर्थक कहते हैं कि जींद में पहली बार बरवाला ने भाजपा को टिकट की दहलीज के पास पहुंचा दिया था। इसलिए इस चुनाव में उनका दावा सबसे मजबूत है। हाउ¨सग फेडरेशन के चेयरमैन डॉ. ओपी पहल खुद को जिले का सबसे पुराना भाजपाई बताते हुए कहते हैं कि उन्होंने उस दौर में भी पार्टी को पूरी मेहनत व ईमानदारी से सींचा है, जबकि प्रदेश में उसका जनाधार नहीं था। कुछ समय पहले उनको फेडरेशन का चेयरमैन बनाना भी इस बात का संकेत था कि पार्टी इस बहाने उनका कद बढ़ाना चाहती है। वहीं, मुख्यमंत्री के निजी सचिव राजेश गोयल चंडीगढ़ में बैठकर जींद की सियासी गतिविधियों में सक्रिय हैं। विवेकानंद फाउंडेशन के तहत वह एक साल में तीन बड़े कार्यक्रम कर चुके हैं। लंबे समय से संघ से जुड़े राजेश गोयल ने पिछले रविवार को भी उन्होंने ¨हदू कन्या कॉलेज में बड़ा कार्यक्रम करके टिकट के लिए अपना दावा मजबूत किया है। भाजपा के प्रदेश सचिव जवाहर सैनी की पत्नी नगरपरिषद की प्रधान हैं। इसलिए उनका दावा है कि उन्होंने शहर के सभी वार्डों में काम कराया है। पूरे शहर के लोगों के बीच सक्रिय हैं। सैनी के समर्थक कह रहे हैं कि प्रदेश अध्यक्ष बराला और मुख्यमंत्री से मित्रता और अपने संगठन कौशल से वह टिकट लेने में कामयाब हो जाएंगे। इन सबसे अलग हटकर कुछ अन्य नाम भी चर्चा में हैं। इनमें कैप्टन अभिमन्यु के नजदीकी मा. नरेंद्र गोगल, सज्जन गर्ग मनोहरपुर, पुरुषोत्तम शर्मा का नाम शामिल है। इनके अलावा एक बाहरी महिला नेत्री का नाम भी चर्चा में है। --रैली में भीड़ जुटाने का टारगेट देंगे

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