जुलाना की बारहा खाप किसानों तक पहुंचाएगी खाद्य सामग्री

कृषि कानूनों को लेकर बारहा खाप की पंचायत जुलाना के डुमाण पाना वाली चौपाल में बारहा खाप के प्रधान राजमल जेई की अध्यक्षता में हुई। पंचायत में फैसला लिया गया कि पंजाब के किसानों का साथ अब हरियाणा के किसान भी देंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:45 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:45 AM (IST)
जुलाना की बारहा खाप किसानों तक पहुंचाएगी खाद्य सामग्री
जुलाना की बारहा खाप किसानों तक पहुंचाएगी खाद्य सामग्री

संवाद सूत्र, जुलाना : कृषि कानूनों को लेकर बारहा खाप की पंचायत जुलाना के डुमाण पाना वाली चौपाल में बारहा खाप के प्रधान राजमल जेई की अध्यक्षता में हुई। पंचायत में फैसला लिया गया कि पंजाब के किसानों का साथ अब हरियाणा के किसान भी देंगे। गांवों से रुपये इकट्ठे करके ट्रैक्टर-ट्रालियों में खाद्य सामग्री भेजी जाएगी ताकि बार्डर पर मौजूद किसान आंदोलनकारी को इस माध्यम से भी सहायता पहुंचा जा सके।

यह समय की मांग है खापों को इस परीक्षा की घड़ी किसान आंदोलन से जुडे किसानों को रसद मुहैया करवाए। में कि बारहा खाप के 12 गांवों के किसान 60 से ज्यादा ट्रैक्टर-ट्राली लेकर दिल्ली कूच करेंगे और मांगें पूरी होने पर ही वापस घर लौटेंगे।

पंचायत में कहा गया कि सरकार किसान को मजदूर बनाने पर तुली है। राममल जेई ने कहा कि केन्द्र सरकार के तीनों कृषि कानून वर्तमान स्वरूप में किसानों को तबाह कर देने वाले हैं। सरकार को अड़ियल रवैया छोड़कर किसानों की बात सुनकर उनकी शंकाओं को दूर करना ही होगा। देश की 76 प्रतिशत आबादी सीधे तौर पर कृषि से जुड़ी है।

कार्यकारी प्रधान बसाऊ लाठर ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की बाध्यता का न होना, खरीदार से विवाद होने की स्थिति में किसानों को न्यायालय में जाने का प्रावधान नहीं दिया जाना, कंपनियों को आवश्यक वस्तुओं के भंडारण की छूट दिया जाना आदि कुछ फैसले हैं, जो किसानों के मन मे शंका पैदा करते हैं। पंचायत में बसाऊ लाठर, महेंद्र लाठर, रोहताश, राजेंद्र, राजपाल, भूप, राममेहर, रणधीर, महेंद्रा सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने विचार रखे।

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