स्वास्थ्य विभाग की कमजोर कड़ियां खोखली कर रही बेटी-बचाओ अभियान की नींव

- एक एएनएम एक आशा वर्कर और उसके पति सहित ब्यूटी पार्लर संचालक मामले में आरोपित

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 07:00 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग की कमजोर कड़ियां खोखली कर रही बेटी-बचाओ अभियान की नींव
स्वास्थ्य विभाग की कमजोर कड़ियां खोखली कर रही बेटी-बचाओ अभियान की नींव

- एक एएनएम, एक आशा वर्कर और उसके पति सहित ब्यूटी पार्लर संचालक मामले में आरोपित - फतेहाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम को मिली गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्यवाही - अल्ट्रासाउंड संचालक की सामने नहीं आई कोई संलिप्तता, योजना बनाकर ठगी कर रहा गिरोह - दो महिलाओं सहित तीन आरोपित आए जद में, आशा वर्कर की हो रही तलाश जागरण संवाददाता, झज्जर : फतेहाबाद के स्वास्थ्य विभाग को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर वीरवार देर रात दो महिलाओं सहित तीन लोगों को काबू किया गया है। झज्जर स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ संयुक्त रुप से अमल में लाई गई कार्रवाई में विभाग की एक एएनएम और एक आशा वर्कर की संलिप्तता सामने आई है। काबू किए गए आरोपितों में एक ब्यूटी पार्लर संचालक, एएनएम और आशा वर्कर का पति शामिल है। तीन महिलाओं सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। अल्ट्रासांउड क्लीनिक संचालक की किसी भी स्तर पर संलिप्तता सामने नहीं आई। भ्रूण में पल रहे लिग की जांच बताने के खेल में सामने आया कि 55 हजार रुपये में सौदा तय हुआ था। आरोपितों ने साजिश के तहत ठगी की है। दर्ज कराए गए मामले के आधार पर चौथी आरोपित आशा वर्कर को अभी जद में लिया जाना शेष है। 55 हजार रुपये में हुआ सौदा, तीन महिलाएं आरोपित

गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्यवाही में फतेहाबाद सिविल सर्जन की ओर से डाक्टर हनुमान सिंह, उप सिविल सर्जन, फतेहाबाद व डाक्टर गिरीश कुमार, मनोरोग विशेषज्ञ, नागरिक अस्पताल फतेहाबाद की टीम को झज्जर भेजा। जिन्होंने प्रक्रिया के तहत जिला समुचित प्राधिकरण झज्जर की टीम को भी साथ में शामिल किया। पहले से हो रखी बातचीत के आधार पर नकली ग्राहक का शहर के पुराना केला गोदाम में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला कविता के साथ 55 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। कविता ने विभाग की एएनएम सरिता से बात करते हुए नकली ग्राहक का शहर के पुराना बस स्टैंड स्थित एक क्लीनिक से अल्ट्रासाउंड करवाया। बाद में भ्रूण में पल रहे लिग की जांच गांव सुलोधा की आशा वर्कर शर्मिला यादव के पति महिपाल द्वारा लड़के के रुप में बताई गईं। जिसमें महिपाल को टीम ने गांव में पहुंचते हुए काबू किया है। ठगी के खेल में रच रहे साजिश : दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की टीम निरंतर बाहरी क्षेत्रों तक पहुंचते हुए ऐसे लोगों को सामने लाने का काम कर रही है, जो कि भ्रूण में पल रहे लिग की जांच के कार्य में जुड़े हैं या फिर अवैध रुप से गर्भपात कराते हैं। लेकिन, यहां स्वास्थ्य विभाग की दो कमजोर कड़ियां ही नींव को खोखला करने का काम कर रही हैं। एक एएनएम और एक आशा वर्कर सहित दो अन्य लोगों ने सिर्फ साजिश रचते हुए ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। जिसमें नकली ग्राहक का अल्ट्रासाउंड कराए जाने के बाद उसे भ्रूण में पल रहे लिग की पहचान लड़के के रुप में बताई गई। किए गए इस खेल में ना तो कोई तकनीकी पक्ष पहचान से जुड़ा हुआ है और ना ही क्लीनिक के स्तर पर किसी तरह की संलिप्तता सामने आई हैं। इस तरह से होना था नकदी का बंटवारा :

टीम ने पुलिस के साथ कविता के बैग से 54000 रुपये बरामद किए। जिनके नम्बरों का मिलान सिविल सर्जन फतेहाबाद के द्वारा दिए गए करेंसी नोट मेमो में अंकित नोटों के नम्बरों से हुआ। टीम ने प्रारंभिक तौर पर जब सरिता एएनएम से पूछा तो उसने बताया कि मेरी जांच बाबत बात गांव सुलोधा की आशा वर्कर शर्मिला यादव पत्नी महिपाल यादव से हुई हैं। जबकि, शर्मिला के पति महिपाल ने बताया कि 30 हजार रुपये में वह एक जानकार डाक्टर के यहां से अल्ट्रासाउंड करवा देगा। सरिता एएनएम ने कविता को यह भी बताया कि अल्ट्रासाउंड सेंटर पर सिर्फ नार्मल पर्ची कटवानी हैं और पूछे तो पेट का दर्द बताना, फिर अल्ट्रासाउंड हो जाएगा। अल्ट्रासाउंड हो जाने बाद में महिपाल ने मैसेज पर कविता को बताया कि वह पाजिटिव हैं। जिसके बाद सरिता ब्यूटी पार्लर पर पहुंची। 55 हजार रुपये में से 30 हजार महिपाल को देने की बात हुई। शेष बचे हुए पैसे कविता और सरिता ने रखने थे। प्रतिक्रिया :

फतेहाबाद टीम के साथ जांच करते हुए तीन आरोपित काबू किए गए हैं। एक आशा वर्कर को अभी काबू किया जाना है। शेष मामले में पुलिस की टीम जांच कर रही है।

डा. ममता, नोडल अधिकारी, पीएनडीटी

chat bot
आपका साथी