कपड़ा एसोसिएशन के संटी तलवार तो जनरल स्टोर एसोसिएशन के प्रधान बने किशन चंद सलूजा, संगठित रहने पर हुआ विचार

व्यापार मंडल को संगठनात्मक दृष्टि से मजबूत बनाए रखने की कड़ी में रविवार को पंजाबी धर्मशाला में कपड़ा एसोसिएशन तथा जनरल स्टोर के कारोबार से जुड़े व्यापारियों की अलग-अलग समय में बैठक हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Jun 2020 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 29 Jun 2020 08:30 AM (IST)
कपड़ा एसोसिएशन के संटी तलवार तो जनरल स्टोर एसोसिएशन के प्रधान बने किशन चंद सलूजा, संगठित रहने पर हुआ विचार
कपड़ा एसोसिएशन के संटी तलवार तो जनरल स्टोर एसोसिएशन के प्रधान बने किशन चंद सलूजा, संगठित रहने पर हुआ विचार

जागरण संवाददाता, झज्जर : व्यापार मंडल को संगठनात्मक दृष्टि से मजबूत बनाए रखने की कड़ी में रविवार को पंजाबी धर्मशाला में कपड़ा एसोसिएशन तथा जनरल स्टोर के कारोबार से जुड़े व्यापारियों की अलग-अलग समय में बैठक हुई।

मंडल के प्रधान राकेश अरोड़ा की अध्यक्षता में आयोजित इन दोनों बैठक में संटी तलवार को प्रधान व महेश टुटेजा को कपड़ा एसोसिएशन के लिए, जनरल स्टोर एसोसिएशन के लिए किशन सलूजा को प्रधान व जग्गी गेरा को उप प्रधान सर्वसम्मति से चुना गया है। इसी क्रम में जग्गी गेरा को मुख्य इकाई के संगठन सचिव और सब्जी मंडी प्रधान सुनील यादव को सचिव मनोनीत किया गया है। संगठन को मजबूत बनाए रखने सहित व्यापारियों के समक्ष आने वाली समस्याएं, कोरोना काल में व्यापार को बढ़ावा देने वाले विषय, दुकानों को खोलने का समय, ग्राहक की सुविधा के लिए बरती जाने वाली सावधानियां आदि विषयों पर गंभीरता से विचार विमर्श किया गया। जिसमें मुख्य रूप से संगठन सचिव राजेश सैनी तथा महासचिव केशव सिगल सहित अन्य मुख्य रूप से मौजूद रहे। अनलॉक के दौर में ज्यादा सक्रिय हुआ व्यापार मंडल

लॉकडाउन से अनलॉक के इस समय में व्यापार मंडल ज्यादा सक्रिय हुआ है। सामूहिक रूप से प्रशासन के स्तर पर अपनी बात कहने के लिए व्यापार मंडल की मौजूदगी का भी अहसास हुआ है। इधर, दिल्ली से कारोबार करने एवं दिल्ली से जुड़ाव रखने वाले लोगों के प्रति बाजार का नजरिया काफी बदला हुआ प्रतीत होने लगा है। खास तौर पर व्यापारी एहतियात बरत रहे हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से भी विशेष तौर पर चिह्नित करते हुए बात उठाई जा रही हैं कि जो भी लोग इन दिनों दिल्ली खुद जा रहे हैं, शेड्यूल को बदलें। गाड़ियों में माल लाने की बजाय ट्रांसपोर्ट से माल मंगाने की सलाह दी जा रही है। ऐसी स्थिति में अन्य उन स्थानों पर संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। जिसकी वजह से दिल्ली नहीं जाना पड़े। 24 जून को बाजार बंद की प्रदेश भर में गूंज सुनाई दी। इधर, पहले से चल रही प्रक्रिया के तहत जो ट्रेड बची हुई है, उनके पदाधिकारियों का चयन एक प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है। खुद को भी अपडेट करें व्यापारी

बाहर से आने वाले माल के अलावा स्थानीय बाजार में खरीदारी की बात करें तो ऑनलाइन भुगतान का प्रचलन पहले से काफी बढ़ गया है। व्यापारी स्वयं को सुरक्षित खने के लिए ग्राहक से मिलने वाले नोटों को भी सैनिटाइज कर रहे हैं। ताकि, हर स्तर पर संक्रमण को मात दी जा सकें। केडी ट्रेडर्स के संचालक केडी शर्मा के मुताबिक नोटों का सैनिटाइज करने से स्वयं का विश्वास भी मजबूत होता है। हालांकि, ग्राहक भी अब पहले से ज्यादा ऑनलाइन भुगतान को प्राथमिकता से दे रहे हैं। ऐसे में दुकानदारों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। खास तौर पर चेक से लेन-देन करते समय। कई दफा ग्राहक द्वारा दिया जाने वाले चेक बाउंस हो जाता है और व्यापारी की परेशानी बढ़ती है।

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