सक्षम प्लस की ओर बढ़ रहे जिला झज्जर के कदम, हुई परीक्षा

जागरण संवाददाता, झज्जर : दोनों स्तर की बाधा को पार कर लेने के बाद अब दो ब्लॉकों में सक्षम

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 11:37 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 11:37 PM (IST)
सक्षम प्लस की ओर बढ़ रहे जिला झज्जर के कदम, हुई परीक्षा
सक्षम प्लस की ओर बढ़ रहे जिला झज्जर के कदम, हुई परीक्षा

जागरण संवाददाता, झज्जर : दोनों स्तर की बाधा को पार कर लेने के बाद अब दो ब्लॉकों में सक्षम प्लस के लिए परीक्षाओं का आयोजन किया गया। जिसमें मातनहेल के 82 तथा बेरी खंड के अंतर्गत आने वाले 80 स्कूलों से जुड़े हुए विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। कक्षा तीसरी, पांचवीं तथा सातवीं के लिए शांति पूर्वक ढंग से संपन्न हुई इस परीक्षा में बेरी ब्लॉक को 7 तथा मातनहेल ब्लॉक को 8 कलस्टर बनाकर बांटा गया था। अंग्रेजी विषय में हजारों विद्यार्थियों को दक्षता प्रदान करने के लिए उठे कदम से राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को हर स्तर पर फायदा होने वाला है। अशिक्षा का अंधियारा दूर करने के साथ-साथ विषय में पारंगत करने के लिए शुरू हुआ यह सिलसिला बेशक ही अन्य विषयों के परिणाम भी बेहतर करने में मददगार साबित होगा। सूबे में सबसे पहले झज्जर बना सक्षम जिला बच्चों का चहुंमुखी विकास करने के लिए शिक्षा विभाग सक्षम योजना लेकर आया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से निरंतर योजना की मॉनिट¨रग की जा रही है। जिसका लक्ष्य सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में सक्षम बनाना है। सक्षम योजना के अनुरूप 100 में से 80 बच्चे ऐसे हों जो अपनी कक्षा की ¨हदी और गणित विषयों की दक्षताओं को प्राप्त कर ले यानि खंड के 80 प्रतिशत बच्चे इस केटेगरी में आएंगे तब खंड सक्षम घोषित होगा। पहले पड़ाव के तहत जहां जिला झज्जर का मातनहेल खंड प्रथम चक्र में ही इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाला पहला खंड बना। वहीं जिला के सक्षम बनने की दिशा में भी झज्जर को यह सम्मान प्राप्त हुआ। अब इससे एक कदम और आगे बढ़ते हुए सक्षम प्लस की दिशा में बुधवार को दो खंडों के लिए परीक्षा संपन्न हुई। उम्मीद की जा रही है कि शिक्षा विभाग की टीम के बूते यह प्रयास भी सफल होगा।

----इस तरह से संपन्न हुई परीक्षा मातनहेल खण्ड शिक्षा अधिकारी कश्मीर ¨सह सुहाग ने बताया कि मातनहेल खण्ड में 82 स्कूल हैं, जिसमें 46 स्कूल प्राइमरी, 09 मिडल स्कूल , 03 हाई स्कूल तथा 24 वरिष्ठ वर्ग के स्कूल शामिल है। हुई इस परीक्षा में तीसरी कक्षा के 497 , 5 वीं कक्षा से 544 तथा 7 वीं कक्षा के 750 बच्चों ने परीक्षा दी है। सुहाग ने बताया कि प्रदेश में सक्षम प्लस भी मातनहेल ब्लॉक सबसे पहले होगा। ब्लॉक से जुड़े सभी अध्यापक सक्षम प्लस ब्लॉक बनाने में बच्चों को पुरजोर मेहनत करा रहे है। ---वर्जन बेरी खण्ड शिक्षा अधिकारी वीरेन्द्र नारा ने बताया कि ब्लॉक को 7 क्लस्टर में बांटा गया हैं, जिसमें 80 स्कूल हैं। तीसरीं कक्षा के कुल 440, 5 वीं कक्षा से 572 तथा सातवीं कक्षा के 651 बच्चों ने परीक्षा दी। प्रारंभिक चरण की इस परीक्षा के लिए विद्यार्थी एवं अध्यापक वर्ग दोनों ने बेहतर ढंग से मेहनत की है। उम्मीद है कि परिणाम भी बढि़या ही आएगा। ----वर्जन

सक्षम के जिला नोडल अधिकारी सुदर्शन पूनिया ने बताया कि फरवरी माह के अंत में सक्षम प्लस के लिए थर्ड पार्टी असेस्मेंट होना है। इसलिए दोनो खंड़ों में ये आंतरिक मूल्यांकन किया गया है, ताकि कमियों का समय रहते हुए पता लगाकर उन्हें दूर किया जा सके । बताया कि यह मूल्यांकन जी एम आइ की तर्•ा पर लिया गया है। जिसमें पांचवी तथा सातवीं के विद्यार्थियों ने ओ एम आर शीट पर परीक्षा दी है। ---तीसरे दिन भी हुई काउंसिलिंग कांउसि¨लग के माध्यम से परीक्षा परिणाम सुधारने की दिशा में सोमवार से शुरू हुआ प्रयास तीसरे दिन भी जारी रहा। शिक्षा विभाग की ओर से टीम में मनोविज्ञान प्रवक्ता पूजा नांदल, सक्षम के नोडल अधिकारी सुदर्शन पूनिया तथा उप जिला शिक्षा अधिकारी राजेश खन्ना ने विभिन्न स्कूलों में दौरा करते हुए तय पारुप के मुताबिक चरचा की।

राजेश खन्ना ने बताया कि काउंस¨लग में विद्यार्थियों के साथ-साथ स्टॉफ को भी एक प्लेटफॉर्म मिलता है, जहां वे अपनी परेशानी को रख पाते हैं। अगर किसी अध्यापक को परेशानी आ रही है, तो वे भी काउंसलर की हेल्प से वह बच्चों को चीजों को समझाने के लिए नए ट्रिक्स अपना पाता है। बदल रही इस तस्वीर के बीच सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी, खास तौर ऐसे जहां पर बोर्ड का परीक्षा परिणाम 50 फीसद से भी कम रहा है, के बच्चों का मनोबल काफी कम रहता है। साथ ही अध्यापक भी परेशान रहते है। इसलिए यह शुरूआत की गई है। ताकि परीक्षा परिणाम को सुधारने के साथ-साथ मनोबल भी बढ़ाया जा सके।

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